वृक्ष पर्यावरण शुद्ध करते है, इनका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व है- श्री अनिल भट्ट
रतलाम । श्री सत्यसाई सेवा समिति रतलाम द्वारा हरियाली अमावस्या से प्रारंभ किये गये प्रेम तरू कार्यक्रम के अन्तर्गत अंचल के गा्रमीण अंचलों में वृक्षारोपण का अभिनव कार्यक्रम किया जारहा है। समिति के जिलाध्यक्ष श्री अनिल भट्ट ने बताया कि श्री सत्य साई सेवा संगठन जिला रतलाम जिले में वर्तमान में 300 विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाने का संकल्प लिया है। भगवान श्री सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती पर चल रहे पौधारोपण अभियान जिसे प्रेम तरू कार्यक्रम कहा जाता है, के तहत ग्राम हरथली में 120 एवं ग्राम दंतोड़ा में 80 इस प्रकार कुल 200 पौधों का रोपण किया गया। श्री भट्ट ने बताया कि वृक्षा-रोपण सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूण्य का कार्य है तथा ग्लोबल वार्मिंग के तहत पर्यावरण को संतुलित करने में मदद करता हैै। वृक्ष हमें ऑक्सीजन तो देते ही हैं, साथ ही परिवेश से नकारात्मकता अवशोषित कर सम्पूर्ण सकारात्मक प्रभाव प्रदान करते हैं। हमारी संस्कृति में भी यह मान्यता है कि पीपल के वृक्ष के नीचे सोने से गुस्सा कम होता है। इस प्रकार हर पौधे की अपनी महिमा है। वृक्षों के संबंध में इस प्रकार का ज्ञान हमें आत्म-सात करना चाहिए। वृक्ष पर्यावरण शुद्ध करते है। इनका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व है।
श्री सत्यसाई सेवा समिति के संदीप दलवी ने बताया कि वृक्षारोपण कार्य में श्री सत्यसाई सेवा समिति के महिला एवं पुरूष सदस्यों ने गा्रमवासियों के सहयोग से दोनों गा्रमों में नीम, शीशम, गुलमोहर, आंवला, अनार, बेलपत्र,पिपल आदि प्रकार के पौधे वन विभाग से लेकर 23 जुलाई रविवार को लगाये गये है । श्री भट्ट के अनुसार भगवान श्री सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती पर देश भर में एक करोड़ पौधे लगाने और उनकी देखभाल का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी कडी में भी साई समिति के सहयोग से 350 पौधे लगाये जाने है जिसमें 200 पौधे गा्रम हरथली एवं दंतोडा में तथा 100 पौधे नामली में समिति के सदस्यों एवं गा्रम वासियों द्वारा रोपित किये गये । अगले चरण में समिति द्वारा शेष 50 पौधे रोपित किये जावेगें । श्री दलवी के अनुसार रविवार को प्रेम तरू कार्यक्रम के तहत पौधारोपण कार्यक्रम में समिति के जिला अध्यक्ष अनिल भट्ट, संदीप दलवी, रवि हंसोगें, ओम प्रकाश गौड, डा. मंगलेश्वरी जोशी,डा. गिरीश गौउ, श्रीमती विभा गौड, आभागौड, श्रीमती कपीला गौड,श्रीमती रमा अयैर,श्रीमती उषा व्यास, हनुमंत जी रत्न पारखी, बीएल चैहान,श्री एवं श्रीमती रावत, सहित बडी संख्या में गा्रमवासियों ने इस पुनित कार्य में सहभागिता की ।