वैदिक जाग्रति ज्ञान-विज्ञान पीठ ज्योतिष शिक्षण जन कल्याण समिति सहित अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सहित आगामी माह में व्रत त्योहार को लेकर बैठक आयोजित
रतलाम। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भी संशय जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है एक और कुछ मंदिरों में 6 सितंबर बुधवार को वहीं ज़्यादातर मंदिरों में 7 सितंबर गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जायेंगी।
वैदिक जाग्रति ज्ञान-विज्ञान पीठ ज्योतिष शिक्षण जन कल्याण समिति सहित अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सहित आगामी माह में व्रत त्योहार को लेकर वृहद बैठक का आयोजन मानस धाम शक्ति नगर पर रखा गया।
वैदिक जाग्रति क़े अध्यक्ष पं.चेतन शर्मा ने बतलाया इस बार 6 सितंबर बुधवार को अष्टमी तिथि का प्रारंभ दोपहर 3:39 से हो रहा है जो 7 सितंबर को सूर्यास्त के पूर्व सांय 4:15 पर अष्टमी तिथि पूर्ण हो जाएगी वहीं 6 सितंबर को प्रातः 9:20 के उपरांत रोहिणी नक्षत्र आरंभ हो रहा है जो की 7 सितंबर को प्रातः 10:26 पर समाप्त होगा । 6 सितंबर की मध्य रात्रि में अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र बुधवार का सहयोग निर्मित हो रहा है जो अर्द्धव्यापिनी रोहिणी युत अष्टमी रहेंगी ।
ज्योतिष शिक्षण क़े अध्यक्ष पं.जितेंद्र नागर ने बतलाया कि वैष्णव स्मार्ट दो स्थितियों के चलते श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में संशय प्रतीत हो रहा हैं स्मार्ट के अंतर्गत गृहस्थ जीवन पालन करने वाले सामान्यजन शास्त्रोक्त तरीके से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 6 को मनाएंगे वहीं वैष्णव के अंतर्गत साधु सन्त सन्यासीजन कृष्ण पूजा में रत गुरु द्वारा दीक्षित भुजा पर सप्त मुद्रा शंख चक्र चिन्हित तुलसी माला धारण करने वाले श्रीकृष्ण जन्म उपरांत अगले दिन 7 को जन्मोत्सव बनाएंगे वहीं वृंदावन मथुरा क़े मंदिरों में इस्कॉन मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्म उपरांत जन्मोत्सव 7 क़ो मनाया जाएगा।
पं.जीवन पाठक ने कहा कि मुख्य रूप से वृंदावन और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 7 क़ो मनाई जाएगी वृंदावन मथुरा क़े अनुरूप भारतवर्ष में अधिकांश स्थानों पर 7 को ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
बैठक में कालचक्र पंचांग के निर्माण कर्ता ज्योतिषाचार्य पं.रमेश पण्ड्या बिलपांक के ज्योतिषाचार्य बजरंग गिरी जी महाराज सिद्धविजय पंचांग के निर्माण कर्ता डॉ.विष्णु कुमार शास्त्री सहित राजस्थान गुजरात उत्तरप्रदेश क़े अन्य पञ्चाङ्ग कर्ताओं से फोन द्वारा वृहद चर्चा की गई। वैदिक जाग्रति पीठ क़े पीठाधीश्वर पं.संजयशिवशंकर ने बताया की आगामी त्योहारों के अंतर्गत –
16 सितम्बर सामवेदी उपाकर्म , 18 हरतालिका तीज , 19 गणेश चतुर्थी , 20 ऋषि पंचमी , 24 तेजादशमी 25 जलझूलनी एकादशी 28 अनंत चतुर्दशी , पार्थिव गणेश विसर्जन, 29 सितम्बर से महालय (श्राद्ध )प्रारंभ होगा ज़ो 14 अक्टूबर सर्वपितृ अमावस्या पर पूर्ण होगा।
बैठक में अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष पं.मुकेश शर्मा सहित पं.चेतन शर्मा पं. ओमप्रकाश शर्मा पं.जीवन पाठक पं.ईश्वर जी व्यास पं.ललित शर्मा पं.हितेंद्र जोशी पं.सुनील व्यास पं.सुनील जोशी पं.सुरेंद्र व्यास पं.सुरेंद्र शर्मा आदि उपस्थित थे।