पर्यावरण और प्रकृति की सुरक्षा ईश्वर की भक्ति के समान

रतलाम । हमारी भारतीय संस्कृति हमें प्रत्येक प्राणी मात्र की रक्षा करने की प्रेरणा देती है और इसके साथ साथ प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण का सामाजिक जीवन में महत्व दर्शाती है यही कारण है कि हम लोग ईश्वरी पूजा के साथ साथ प्रकृति की पूजा भी करते हैं पीपल नेम आंवला यह देव वृक्षों में गिने जाते हैं इन्हें बचाकर रखना ईश्वरी भक्ति के समान है।
उक्त विचार लायंस हॉल में आयोजित दस दिवसीय गणेश उत्सव समारोह में लायंस क्लब रतलाम ग्रेटर द्वारा आयोजित पर्यावरण संरक्षण पर स्लोगन लिखो स्पर्धा में उपस्थित रीजन चेयरपर्सन लायन जगदीश सोनी ने व्यक्त करें । आपने कहा कि हमें धार्मिक उत्सवों में प्रकृति एवं पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रम प्रमुखता से आयोजित करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी इनके संरक्षण के प्रति सचेत रहे । लायंस क्लब के विक्की कुमार जैन जिन्होंने गणेश उत्सव में इस वर्ष पीतल की मूर्ति रखकर पूजा अर्चना का नया इतिहास आरंभ किया। इस बार गणेश जी की स्थाई मूर्ति स्थापित की गई जो बेहद आकर्षक और प्राण प्रतिष्ठा के बाद स्थापित की गई। आपने ने कहा कि भगवान श्री गणेश स्वयं प्रकृति के प्रेमी थे उन्होंने पृथ्वी परिक्रमा करते हुए अपनी माता की परिक्रमा कर यह संदेश हम सबको दिया था । लायंस क्लब ग्रेटर के अध्यक्ष लाइन मुकेश पगारिया ने गणेश जी की आरती कर अतिथियों का स्वागत किया । इस अवसर पर झोन चेयर पर्सन गोपाल जोशी, दिनेश शर्मा, स्नेहा सचदेव, ग्रेटर के सचिव गिरीश जोशी, कोषाध्यक्ष निरीश रुनवाल, रवि बोथरा, नीरज सुरोलिया, प्रतिभा पगारिया, नवीका जोशी, दिनेश खंडेलवाल, अल्पना खंडेलवाल आदि उपस्थित थे । आरती के पश्चात प्रसाद वितरण कर प्रतियोगी के विजेताओं के नाम घोषित किए गए लायंस । ऑफ रतलाम द्वारा 10 दिवसीय गणेश उत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक सामाजिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।