रतलाम । हमें हर हाल में मरीज की जान बचाने का पूर्ण प्रयास करना है, इसके लिए मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स सैंपल रिपोर्ट आने का इंतजार नहीं करें। मरीज के मेडिकल कॉलेज में आते ही उसका उपचार तत्काल प्रारंभ कर दें। कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड गुरुवार दोपहर में मेडिकल कॉलेज पहुंचे, डीन डॉ. संजय दीक्षित से उपचार प्रबंधन की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में आने वाला मरीज आश्वस्त हो कि वह यहां से स्वस्थ होकर अपने घर जाएगा। कोविड-पेशेंट वार्ड में जब डॉक्टर जाए तो मरीज को पता हो कि उसे देखने डॉक्टर आया है। डॉक्टर के आने के पूर्व से ही वार्ड नर्स द्वारा मरीजों को जानकारी दे दी जाए। कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि मेडिकल कॉलेज अपनी प्रतिष्ठा स्थापित करने के लिए कार्य करें। कॉविड हॉस्पिटल की हेल्प डेस्क के पास सभी मरीजों का डाटा हो। इस दौरान कलेक्टर द्वारा मेडिकल कॉलेज में कोविड-मरीजों के उपचार प्रबंधन की जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने सफाई कार्य के वीडियो भी भेजने के निर्देश दिए। मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्धता की जानकारी ली गई। कॉलेज के डीन को निर्देशित किया कि डिकल कॉलेज के जो डॉक्टर जिला चिकित्सालय एवं एमसीएच में अपनी सेवाएं दे रहे हैं उनकी सूची उपलब्ध कराएं। मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट रूम्स को हाई डिपेंडेंसी यूनिट में तब्दील किया जाए, सिंगल बेडरूम को डबल बेड में तब्दील किया जाए। मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. संजय दीक्षित ने कलेक्टर को बताया कि कॉविड मरीजों के उपचार के लिए वर्तमान में कॉलेज के पास 230 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं अभी और 300 सिलेंडर का आर्डर किया है जो एक-दो दिन में आ जाएंगे। इसके अलावा कॉलेज द्वारा लिक्विड ऑक्सीजन टैंक का भी ऑर्डर कर दिया गया है। लगभग 10000 से 12000 लीटर क्षमता वाले ऑक्सीजन टैंक से 1300 से लेकर 1400 सिलेंडर भर जाते हैं। कॉलेज हॉस्पिटल में सेंट्रल ऑक्सीजन लाइन एवं सक्शन लाइन भी स्थापित है। कलेक्टर ने कोविड-मरीजों के लिए आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता की भी समीक्षा की। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि जरूरी सामग्री और दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखने के लिए ऑर्डर किया जा रहा है। कलेक्टर ने बगैर देरी किए आर्डर जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बजट उपलब्धता की भी जानकारी ली। इस दौरान एसडीएम शहर श्री अभिषेक गेहलोत, डिप्टी कलेक्टर सुश्री शिराली जैन तथा डा. प्रमोद प्रजापती मौजूद थे।