रतलाम। आचार्य श्री रामलाल जी महाराज साहब को उपाध्याय प्रवर श्री राजेश मुनि जी महाराज साहब के पावन सानिध्य मे निंबाहेडा मे रतलाम की मुमुक्ष चहेती मूणत की दीक्षा संपन्न हुई उपरोक्त जानकारी देते हुए साधुमार्गी जैन संघ के प्रीतेश गादिया ने बताया कि आचार्य भगवान के मुखारविंद से मुमुक्षु चहेती बहन का नाम रामचर्या श्री जी दिया गया जिस पर सभा मे उपस्थित श्रावक श्राविकाओ द्वारा हर्ष व्यक्त करते हुए जय जयकार व जयवंता के नारे लगाए गए इसी के साथ-साथ दो मुमुक्ष बहनों की और दीक्षा संपन्न हुई चेन्नई से मुमुक्षु नेहा कांकरिया रामनैना श्रीजी मसा और शिरपुर की बहन नैना राखेचा रामनेहा श्रीजी मसा के नाम से जाने जायेंगे। आचार्य श्री रामलालजी मसा के मुखारविंद से अभी तक कुल 389 दीक्षा संपन्न हो चुकी हे।तीनों मुमुक्ष बहनों की महानिष्क्रमण यात्रा एवं अभिनंदन समारोह के पश्चात दीक्षा एक साथ सम्पन्न होकर उन्होंने अपना संयम जीवन अंगीकार किया इस अवसर पर उपस्थित साधुमार्गी जैन संघ के अध्यक्ष सुदर्शन पिरोदिया मंत्री दशरथ बाफना सहित रतलाम संघ के सभी सदस्यों द्वारा हर्ष व्यक्त करते हुए अनुमोदन की गई।