सभी आमजन आगे आएं, जल संरक्षण के लिए व्यापक जन सहभागिता अत्यावश्यक – मंत्री श्री काश्यप

रतलाम में जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम आयोजित हुआ

रतलाम 16 जून 2024। जल संरक्षण तथा जल संवर्धन के अपेक्षित परिणामों हेतु व्यापक जनसहभागिता अत्यंत आवश्यक है। नागरिकों को जोड़कर सभी पार्षद, जनप्रतिनिधि. अधिकारी, कर्मचारी जल संरक्षण हेतु सकारात्मक वातावरण लगातार बनाए रखें। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान मानव जीवन के लिए जल संरक्षण, जल संवर्धन की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बात प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने रतलाम नगर निगम द्वारा आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन तथा गंगा दशमी पर्व आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहीं।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती अनीता नागर सिंह चौहान, श्री प्रदीप उपाध्याय, निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा, श्री मनोहर पोरवाल, पार्षद श्री भगतसिंह भदोरिया, सुश्री सुनीता माहेश्वरी, श्री गोविंद काकानी, निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट, कार्यपालन यंत्री श्री जी.के. जायसवाल, सहायक यंत्री श्री अनवर कुरैशी, अन्य पार्षद, जनप्रतिनिधि तथा आमजन उपस्थित थे। स्थानीय कालिका माता मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उज्जैन में राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा व सुना गया।
मंत्री श्री काश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि आज भूमिगत जलस्तर नीचे जा रहा है जो चिंता की बात है। आज रतलाम शहर में प्रति व्यक्ति जल खपत लगभग 150 से 175 लीटर प्रतिदिन की है। इन तथ्यों पर शहर की आबादी के मांन से विचार करते हुए हमें अपने भूमिगत जल भंडारों को पुनः भरना है। इसके लिए रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को सभी मिलकर अभियान के रूप में अपनाएं। हमें यह भी सोचना होगा कि जल स्रोतों में गंदगी आती क्यों है, इस गंदगी को रोकने के लिए जनजागरण बहुत जरूरी है। लोगों की सोच में परिवर्तन आना चाहिए। रतलाम शहर के कुओं, बावड़ियों की लगातार सफाई होती रहे, उनकी निरंतर देखभाल चलती रहे। श्री काश्यप ने बताया कि रतलाम औद्योगिक निवेश क्षेत्र के लिए सवा तीन सौ करोड़ रुपये का टेंडर हो चुका है जो महत्वाकांक्षी विकास की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है।
मंत्री श्री काश्यप ने रतलाम शहर के सी.एम. राइस विनोबा स्कूल के विश्व के टॉप टेन स्कूलों में सम्मिलित होने की उपलब्धि की चर्चा करते हुए विद्यालय के प्राचार्य, उपप्राचार्य तथा समस्त स्टाफ को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि स्कूल द्वारा किए जा रहे नवाचारों के कारण यह संभव हुआ है। हमें जल संरक्षण, जल संवर्धन के क्षेत्र में भी सकारात्मक वातावरण रखते हुए जनजागरूकता तथा सबके समन्वय से नवाचार अपनाते हुए कार्य करना होगा तभी अपेक्षित परिणाम मिलेंगे।
सांसद श्रीमती अनीता नागर सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि सबको मिलकर पानी बचाना है। जल संरक्षण, जल संवर्धन अभियान निरंतर जारी रहना चाहिए। हमें जल संरक्षण तथा स्वच्छता के लिए अपने जीवन में छोटी-छोटी अच्छी आदतों को सदैव अपनाना चाहिए। हमें चाहिए कि पहले हम स्वयं अपने जीवन में अच्छी आदतों को अपनाएं, उसके बाद अन्य व्यक्तियों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि माता, बहने अपने घरों में पानी बचाने के लिए सदैव संकल्पित रहे। जल गंगा संवर्धन अभियान हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का अभिनव कार्य है।
श्री प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान का उद्देश्य जल स्रोतों, जल संरचनाओं की सफाई और उनको सुरक्षित रखना है, उनका उन्नयन करना है। जनजागृति के साथ हम जल स्रोतों को सुरक्षित रखें स्वच्छ रखें। निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा ने कहा कि नगर निगम के माध्यम से जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान लगातार रतलाम शहर के कुओं, बावड़ियों की सफाई तथा संरक्षण का कार्य किया गया है। हमारे शहर की इन धरोहरों को महत्वपूर्ण रूप से संरक्षित करने का कार्य इस अभियान में संपन्न हुआ है जो आगे भी जारी रहेगा। हम शहर को हरा भरा तथा स्वच्छ बनाने का संकल्प ले, हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए अपने पूर्वजों की स्मृति, जन्म समारोह या विवाह समारोह आदि अवसरों पर पौधा लगाया जाए।
प्रारंभ में निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि इस वर्षा के मौसम में शहर में शासन के निर्देशानुसार 5 लाख पौधे लगाए जाएंगे, इसके लिए नगर निगम द्वारा गूगल लिंक जारी की जा रही है जिसके माध्यम से आम नागरिकों को निःशुल्क पौधा उपलब्ध करवाया जाएगा जिससे कि जनसहभागिता द्वारा शहर में पौधारोपण का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।