बैठक में कलेक्टर ने समीक्षा की
रतलाम ।किसान उत्पादक संस्थाओं का मूल उद्देश्य किसानों को संगठित करके शोषण से बचाना है जिले में गठित सभी किसान उत्पादक संस्थाएं अपने मूल उद्देश्य के अनुसार कार्य करें, उनके अच्छे प्रोजेक्ट नाबार्ड से स्वीकृत कराए जाएंगे। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने सोमवार को बैठक में दिए। जिले की किसान उत्पादक संस्थाओं (एफपीओ) के संचालक , पदाधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव, कृषि उपसंचालक सुश्री नीलम चौहान, नाबार्ड जिला प्रबंधक श्री एन.के. सोनी, सहकारिता उपायुक्त श्री संतोष कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
रतलाम जिले में 22 किसान उत्पादक संस्थाएं कार्यरत हैं जिनके द्वारा विभिन्न गतिविधियां की जा रही है। कलेक्टर श्री बाथम ने बैठक में निर्देशित किया कि किसान उत्पादक संस्थाएं उपज पर आधारित खाद्य प्रसंस्करण ईकाइयां स्थापित करने के लिए अच्छे प्रोजेक्ट बनाकर आगे आएं, उनके प्रोजेक्ट नाबार्ड से स्वीकृत कराए जाएंगे। कलेक्टर द्वारा एफपीओ संचालकों से उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई।
इस अवसर पर नाबार्ड के जिला प्रबंधक श्री एन. के सोनी ने एफपीओ तथा किसानों के हित में नाबार्ड द्वारा संचालित योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि एफपीओ सतत नाबार्ड जिला शाखा के संपर्क में रहे जिससे उन्हें आधिकाधिक रूप से लाभान्वित किया जा सके। नाबार्ड तथा कृषि विभाग द्वारा एफपीओ में शामिल किसानों को एक्सपोजर विजिट भी कराई जाएगी। बैठक में उपस्थित एफपीओ संचालको द्वारा गतिविधियों की जानकारी कलेक्टर को दी गई।