बैंगलूरू । श्री रंगपट्टण के दिवाकर गुरू मिश्री राज दरबार में आयोजित धर्मसभा में साध्वी डॉ. कुमुदलता ने कहा कि हमारे पास केवल आज है। आज कल नहीं है और आज को कल होने में समय लगेगा । आज का उपयोग होने के बाद आज कल मं बदल भी जाएगा तो कोई चिंता की बात नहीं होगी । उपयोग किए बिना ही आज यों ही यदि कल मंे बदल गया तो निश्चित ही हम अपने आपको क्षमा नहीं कर सकेंगे । यह तय है कि आज को कल में बदलने में रोका नहीं जा सकता । आज कोल में बदलने से रोक नहीं पाए थे । उहनेंने भी उसका उपयोग किया और सिद्ध हो गए । जो उपयोग करता है बल्कि कहना चाहिए जो समय का सदुरूपयोग करता है वह सिद्ध हो जाता है । आज ही यथार्थ है । क्योंकि आज ही हमारे सामने है । निर्णय तो आज ही करना होगा । सोचना भी आज ही होगा । सोचना भी आज ही होगा । लाभ हानि के आकडे भी आज ही लिखनें होंगे ।
समिति के मनोज कोठारी ने बताया कि हैदराबाद, चैन्नई और बैंगलुरू से काफी संख्या में श्रद्धालु साध्वी वृंद के दर्शन करने पहुंचे।