बच्चों को समय और संस्कार देकर बने आइडियल पेरेंट्स – गणिवर्य डॉ. अजीत चंद्र सागर जी म.सा.

आइडियल पेरेंटिंग विषय पर आयोजित हुआ विशेष शिविर

रतलाम, 11 अगस्त। वर्धमान तपोनिधि पूज्य आचार्य देव श्री नयचंद्रसागर सुरीश्वर जी म.सा. की निश्रा में सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन के दौरान रविवार को आइडियल पेरेंटिंग विषय पर विशेष शिविर आयोजित किया गया। इसमें गणिवर्य डॉ. अजीत चंद्र सागर जी म.सा. ने माता-पिता कैसे अपने बच्चों के आइडियल पेरेंट्स बन सकते है, इस पर प्रकाश डाला।
उन्होने कहा कि यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा महान बने तो उसके लिए आपको भी महान बनना पड़ेगा। आज भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने बच्चों को समय नहीं दे रहे हैं, जो बहुत गलत है। आप बच्चे को समय दें, संस्कार दें। पहले के और आज के समय में काफी अंतर है। समय के हिसाब से बच्चों को शिक्षा देना है। क्योंकि आपकी संतान ही आपको सब कुछ दे सकती है। बस आपको उन्हे समय देना है।
उन्होने कहा कि पेड़ को बड़ा बनाना किसान का काम है। हो सकता है पेड़ बड़ा होने पर फल दे या ना दे लेकिन छांव जरूर देगा। ठीक इसी प्रकार आप बच्चों को समय के साथ अच्छी शिक्षा, समय और संस्कार दीजिए, जिससे कि आपकी संतान भी आपको छांव देने जैसी बने। श्री देवसुर तपागच्छ चारथुई जैन श्री संघ गुजराती उपाश्रय रतलाम एवं श्री ऋषभदेव जी केसरीमल जी जैन श्वेतांबर पेढ़ी रतलाम के तत्वावधान में आयोजित प्रवचन श्रृंखला में बड़ी संख्या में श्रावकए श्राविकाएं उपस्थित रहे। श्री संघ एवं श्वेतांबर पेढ़ी ने समाजजनो से प्रतिदिन 9.15 से 10.15 तक आयोजित प्रवचन श्रृंखला में अधिक से अधिक उपस्थित रहकर धर्मलाभ लेने का आव्हान किया।