सोमवार को निकाला जाएगा भव्य चल समारोह के साथ वरघोडा, सिद्धि तप के साधकों का किया जाएगा बहुमान

मिच्छामी दुक्कड़म् देने के साथ सामायिक और प्रतिक्रमण करने से होता है पापों का नाश -परम पूज्य साध्वी श्री अनंत गुणा श्रीजी मसा.

रतलाम। सौ.वृ.त. श्री राजेंद्र सूरि त्रिस्तुतिक जैन श्वेतांबर श्री संघ एवं चातुर्मास समिति द्वारा नीम वाला उपाश्रय खेरादी वास में रतलाम नंदन प. पू .श्री 1008 जैन मंदिर के प्रेरणादाता, राष्ट्र संत कोकण केसरी गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद् विजय लेखेन्द्र सुरिश्वर जी म.सा. की आज्ञानुवर्ती एवं मालवमणि पूज्य साध्वी जी श्री स्वयं प्रभाश्री जी म.सा. की सुशिष्य रतलाम कुल दीपिका शासन ज्योति साध्वी जी श्री अनंत गुणा श्रीजी म.सा,श्री अक्षयगुणा श्रीजी म.सा. श्री समकित गुणा श्री जी म.सा. श्री भावित गुणा श्री जी म.सा. उपासना में विराजे हैं जिनका चातुर्मास में नित्य प्रवचन चल रहे हैं इसी तारतम्य में आज 07 सितंबर 2024,शनिवार को साध्वी श्री कल्पसूत्र का सार बारह सौ सूत्र में है इसका आज सुबह 9:00 बजे से परम पूज्य साध्वी श्री अनंत गुणा श्री जी ने अपने मुखारविंद से वाचन प्रारंभ किया गया जिसका समापन 12:15 बजे हुआ तत्पश्चात चल समारोह निकाला गया। चल समारोह में दो ध्वज और बेंड सहित समाज जन सम्मिलित हुए। जिसमें साध्वी श्री समकित गुणा श्रीजी व साध्वी भाविक गुणा श्री जी मसा. के सानिध्य में चल समारोह निकाला गया। जो खेरादीवास,माणक चौक, गणेश देवरी, बजाज खाना, चांदनी चौक होते हुए कोटा वाला बाग स्थित चंद्र प्रभु जी के मंदिर पहुंचा।जहां म. सा. के साथ समाज जनों ने दर्शन वंदन कर सामूहिक चैत्य वंदन किया तथा पूरे दिन आज समाज जनों में सभी महिलाएं, पुरुषों एवं बच्चों ने सामायिक व प्रतिक्रमण किया। तथा कल क्षमा याचना मिच्छामी दुक्कडम एक दूसरे को देंगे। पूज्य सध्वी श्री अनंत गुणा श्री जी मसा. ने कहा कि मिच्छामी दुक्कडम् उनको दो,जिनसे तुम्हारा बैर है जिनसे तुम बोलते नहीं हो और कर्मों का क्षमण करके कर्म बंधन से मुक्त हो जाओगे तो भव पार हो जाएगा ।
कल सुबह 8 सितंबर 20 24 रविवार को सुबह 9:00 पारणे किए जाएंगे तथा शाम को मेहंदी का कार्यक्रम रहेगा। 9 सितंबर 20 24 सोमवार को भव्य चल समारोह के साथ वरघोडा निकल जाएगा जो नीम वाले उपाश्रय से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गो से होकर सेठिया गार्डन पहुंचेगा जहां समापन होगा। 24 सिद्धि तप के साधकों का बहुमान किया जाएगा। सौ. वृ.त. त्रीस्तुतिक जैन श्री संघ एवं राज अनंत चातुर्मास समिति, रतलाम के तत्वाधान में बड़ी संख्या में श्रावक, श्राविकाए एवं समाज जन उपस्थित थी।