धार्मिक एवं उत्सव के रूप मे पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व की हुई शुरुआत

रतलाम। दिगम्बर जैन समाज के आतम शुद्धि एवं आराधना का महापर्व पर्युषण पर्व 8 सितम्बर से प्रारम्भ होकर 17 सितम्बर 2024 तक चलेंगे आगामी पर्युषण महापर्व को लेकर समाजजनों मैं अभूतपूर्व उत्साह है। दस दिवसीय पर्युषण महापर्व के दौरान समाज ज़न तप त्याग तपस्या एवं संयम की आराधना मे लीन रहेगे। पर्युषण महापर्व के दौरान शहर के सभी दिगम्बर जैन मन्दिरों मे समाज जनों द्वारा अनेक धार्मिक एवं संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए है। पर्यूषण की शुरुआत के प्रथम दिन श्री चंद्रप्रभ दिगम्बर जैन मन्दिर स्टेशन रोड पर भी दस दिवसीय पर्युषण महापर्व समाधि सम्राट युगश्रेष्ठ आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य एवं मुनि श्री 108 विराट सागर जी महाराज के हदय प्रिय बाल ब्रह्मचारी चिद्रूप भैया के सानिध्य में प्रातः 6:50 बजे जिनेंद्र भगवान के अभिषेक एवं शांति धारा कर पर्यूषण पर्व की शुरुआत हुई प्रथम दिन जिनेंद्र भगवान के प्रथम अभिषेक करनें का सौभाग्य अजय जी बाकिवाला व श्री आजाद जी जैन परिवार एवं प्रथम जिनेंद्र भगवान की प्रथम शान्ति धारा करने का सौभग्य श्री बसन्त जी अग्रवाल व द्वितीय शांति धारा करने का सोभग्य राहुल जैन परिबार व तृतीय शांति धारा करने का सौभाग्य श्री ओम जी अग्रवाल परिवार ने प्राप्त कर पुण्य अर्जित किया। इसके बाद बाल ब्रह्मचारी चिद्रूप भैयाजी के सानिध्य में भक्तिमय संगीत के साथ नित्य नियम की पूजन एवं दस लक्षण धर्म की पूजन हुई दोपहर में भैया जी के ने धार्मिक क्लास ली व 3 से 4 बजे तक तत्वार्थ सूत्र की वाचना किया। शाम 6 बजे 7:30 बजे तक नियमित सामायिक, प्रतिक्रमण व ध्यान व रात को 7:45 से रात 9 बजे तक बाल ब्रह्मचारी चिद्रूप भैया जी के मंगल प्रवचन हुए विद्या सिंधु महिला मण्डल द्वारा भक्ताम्बर स्त्रोत्र पाठ के 48 काव्य की अलग अलग परिवार जनो द्बारा दीप संजोकर संगीत भक्ति के साथ आरती की गयी।