श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति का मैत्री मिलन समारोह श्री पार्श्व पद्मावती धाम पर सिद्धि तप एवं अन्य तपस्वियों का हुआ बहुमान

विशेष अतिथि ने समिति के कार्यो को देखकर ली संस्था की सदस्यता

जावरा। श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति का मैत्री मिलन समारोह धर्मचंद जैन सचिव श्री नागेश्वर तीर्थ, विपिन जैन समाजसेवी, दिनेश डूंगरवाल अभय श्रीमाल विनोद श्रीमाल के विशेष उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर विराजित तीर्थ प्रेरिका श्री सौम्यवंदना श्रीजी महाराज साहब एवं अन्य मा.सा. ने अपने प्रेरक प्रवचन में आत्मा के कल्याण के साथ-साथ सेवा एवं दान के महत्व को समझाया। तथा सभी को अपनी मांगलिक प्रदान करी । सर्वप्रथम अतिथियों ने गौतम स्वामी जी की प्रतिमा पर माल्या प्रण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया प्रार्थना श्रीमती पुष्पा चपडोद ने प्रस्तुत की ।
इस अवसर पर अतिथियों ने संस्था के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वरिष्ठ संघ की सेवा गतिविधियां न सिर्फ अपने लिए वरन समाजजनों के हीत में चाहे साधर्मी सहायता हो या जीवदया का क्षेत्र हो या शिक्षा चाहे चिकित्सा या फिर तपस्या का बहुमान या अन्य राष्ट्रीय पर्व को मनाना हो सभी में आगे रहकर जो कार्य किया जाता है वह सराहनीय है । नगर की यह संस्था सभी समाज के लोगों को साथ लेकर अपना कार्य कर रही है जो प्रशंसनीय है विशेष अतिथि श्री धर्मचंद जैन ने संस्था के कार्यों एवं इतनी उपस्थित एवं सभी की सकारात्मक ऊर्जा को देखकर संस्था की सदस्यता ग्रहण की एवं श्री नागेश्वर तीर्थ पर आने का निमंत्रण भी दिया। समाज सेवी विपिन जैन ने भी संस्था की गतिविधियों के लिए अपना सहयोग दिया तथा कहा कि संस्थान निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढे, तथा जो आपसी सोहार्दपुण वातावरण देखने को मिला है वह प्रशंसनीय है ।
इस अवसर पर रोचक प्रश्न उत्तर का कार्यक्रम रखा गया था सभी विजेताओं का पुरस्कार भी प्रदान किये गये। रिंगनोद पहुंचने पर ट्रस्ट के अध्यक्ष व साधर्मी के लाभार्थी दिनेश डूगरवाल ने अपने मित्रों व परिवार के सदस्यों के साथ सभी सदस्यों को तिलक लगाकर सम्मान किया।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत अशोक झामर, सुजानमल कोचट्टा, शांतिलाल रुनवाल, सुरेश सुराणा, रमणीक जैन, विनोद बरमेचा, विनोद लुनिया, शांतिलाल डांगी, अनिल धारीवाल, अशोक धोका आदि ने अतिथियों को शाल माला पहनाकर स्वागत किया। सिद्धि तप व अन्य तपस्वियों को शाल माला व मोमेंटो देकर अतिथियों के साथ श्रीमती ज्योति कमल चपडोद ने तपस्वियों का बहुमान किया।
इस तपस्या में 8 वर्ष से लेकर बड़ी उम्र तक के तपस्वियों का बहुमान किया गया।
जिसमें प्रमुख रूप से मिताश रांका, पूर्वा रांका, कीमती नाहटा, कीशा नाहटा, प्रतीक डूंगरवाल, निलेश काकरिया, श्रीमती रेखा सुराणा, श्रीमती प्रभा चोपड़ा, श्रीमती मंजुला डांगी, श्रीमती सुशीला धोका, श्रीमती सुनीता जैन, प्रीशा श्रीमाल, कविता चंडालिया, कविता डूंगरवाल आदि तपस्वी उपस्थित थे।
पार्श्व पदमावती धाम के पदाधिकारीयों ने किया अध्यक्ष का सम्मान
इस अवसर पर ट्रस्ट के पदाधिकारीयों द्वारा संस्था के ऊर्जावान अध्यक्ष अभय सुराणा का महासतीजी एवं सभी सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति में शाल माला और पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया।
विवाह वर्षगांठ समिति के संयोजक राजकुमार हरण, सचिव अनिल चोपड़ा ने सदस्यों के विवाह वर्षगांठ के अवसर पर स्मृति चिन्ह प्रदान कर मनाई विवाह वर्षगांठ जिनमें प्रमुख इस प्रकार है –
श्रीमती चमेली देवी आनंदीलाल संघवी, श्रीमती कोमल देवी अभय श्रीमाल श्रीमती सविता देवी सुजानमल कोचटा श्रीमती श्रीकांता मनोहरलाल ओस्तवाल श्रीमती सुनीता दिनेश पोखरना श्रीमती निर्मला कमल मुणत, सुधा अनिल चोपड़ा, श्रीमती मंजू राजकुमार हरण, श्रीमती सुशीला मनोहरलाल चपडोद श्रीमती चंचल पुखराज पटवा श्रीमती प्रभा राजकुमार पीपाड़ा श्रीमती सुनीता सुशील मेहता को माला पहनाकर स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इनकी रही गरिमामय उपस्थिति वर्धमान मांडोत बसंतीलाल चपडोद नगिन सकलेचा अशोक झामर नेमीचंद जैन श्रेणिक नादेचां तेजमल मेहता दिलीप चत्तर प्रेमराज चोरड़िया नरेंद्र संघवी प्रदीप सिसोदिया दिलीप चंडालिया पारस छाजेड़ वीरेन्द्र रांका दिलीप पारख अनिल धारीवाल कैलाश चोपड़ा हेमंत जैन अनिल श्रीश्रीमाल आदि कई सदस्य महानुभाव उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव अनिल चोपड़ा ने किया एवं आभार उपाध्यक्ष पुखराज पटवा ने माना। इसके साथ ही जन्मदिन समिति चेयरमैन नेमीचंद जैन ने कमल मुणत एवं अनिल चोपड़ा का माला पहनाकर जन्मदिन मनाया व सभी ने बधाईयां दी।
इस अवसर पर संस्था द्वारा एकासना बीयासना एवं उपस्थित सभी भाई बहनों के साधार्मिक सहभोज का लाभ श्रीमती सरिता दिनेशजी डूंगर वाल परिवार द्वारा एवं सेवा गतिविधियों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने पर अभयजी श्रीमाल दोनों का संस्था की ओर से शाल माला मोमेंटो एवं पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया गया।
आज के मैत्री मिलन समारोह की विशेषता तीर्थ दर्शन, संत दर्शन एवं प्रवचन एवं तपस्वी बहुमान एवं सदस्यों के मनोरंजन के साथ संपन्न हुई सभी ने सराहना की ।

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