इंदौर (राजेश जैन दद्दू ) । उपरोक्त उदगार मुनि श्री प्रमाणसागर महाराज ने पलासिया स्थित दि. जैन मंदिर प्रांगण में प्रातःकालीन प्रवचन सभा में कहा कि विश्लेषण, अंतर विश्लेषण,अंतरद्वन्द्व तथा आनंद विषय पर चर्चा करते हुये कहा कि यदि आपकी आमदनी अठ्ठनी और खर्चा रूपया होगा तो क्या आप समझदार कहलाओगे? यह धन संपत्ति अच्छा परिवार अच्छा कुल पुण्य के संयोग से मिला है, वर्तमान में जो आपका स्टेटस दिख रहा है वह पुण्य का फल है यदि आप उसमें वृद्धि न करते हुये उसे भोगते ही रहोगे तो एक दिन आप दीवालिया हो जाओगे।
धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि मुनि श्री ने कहा कि आप सभी लोग अपनी अपनी बेलेंससीट को चैक कीजिये और देखिये कि आप उसमें ग्रोथ कर रहे हो या वह नीचे जा रही है?उन्होंने एक कुशल किसान का उदाहरण देते हुये कहा कि वह सबसे पहले खेत में बोये जाने बाले बीज को सुरक्षित रखता है उसके पश्चात ही वह अपनी फसल को बेचता है तथा भोग उपभोग की सामग्री खरीदता है। जो किसान भोग उपभोग के लिये बीज को ही समाप्त कर देता है तो उसे दुर्दिन को भोगना पड़ता है। मुनि श्री ने कहा कि पुण्य बड़ाने के लिये श्रावकों को दान पूजा शील संयम और उपवास करने का विधान है, कितने लोग है जो यह कार्य नियम से करते है,और अपने पुण्य को बड़ाते है यह अन्तर विश्लेषण किसी और को नहीं करना है आपको खुद करना है, जब आप अपना अंतर विश्लेषण खुद करोगे तो आपके अंदर का द्वन्द्व समाप्त होकर आनंद छा जाऐगा।
इस अवसर पर मुनि श्री निर्वेग सागर महाराज मुनि श्री संधान सागर महाराज सहित समस्त क्षुल्लक महाराज उपस्थित थे। प्रवक्ता अविनाश जैन राजेश जैन दद्दू ने बताया सांयकाल शंकासमाधान 5:45 से उदासीन आश्रम में होकर रात्री विश्राम यंही पर हुआ। आगामी 26 दिसंम्वर गुरुवार को नसिया जी में सर सेठ हुकमचंद जैन कासलीवाल परिवार द्वारा सौ छात्रों के लिये नये छात्रावास का शिलान्यास किया जाऐगा। नया वर्ष 2025 के उदय में तीन दिवसीय कार्यक्रम मुनिसंघ के सानिध्य में गौम्मट गिरी में दिनांक30-31दिसंम्वर को भावनायोग का विशेष कार्यक्रम सिर्फ युवाओं के लिये रहेगा तथा 1 जनवरी 2025 को भावनायोग एवं भगवान बाहुबली स्वामी का महामस्तका भिषेक- सभी के लिये रखा गया है जिसमें दिनांक 30-31 दिसंम्वर को सिर्फ 15 से 35 वर्ष के युवक एवं युवतियां ही शामिल हो सकते है जिसका रजिस्ट्रेशन प्रमाणिक ऐप के माध्यम से 1100/ शुल्क जमा कर किया जा रहा है,इस कार्यशाला में रहवास की संपूर्ण व्यवस्था समिति की ओर से की जाऐगी स्थान सीमित है मात्र तीन सौ की संख्या निश्चित है तथा तीसरे दिवस एक जनवरी 2025 को संपूर्ण जैन समाज को सादर आमंत्रित किया गया है।कार्यक्रम अनुसार 8 बजे से 9 बजे तक भावनायोग तत्पश्चात भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम रखा गया है।
महामस्तकाभिषेक कमेटी गौम्मट गिरी एवंधर्मप्रभावना समिति के अविनाश ने समस्त पदाधिकारियों ने सभी धर्मानुरागी बंधुओं से नववर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में पधारने की अपील की है।