रतलाम आराधना भवन श्री संघ की सुश्राविका मोहनबाई सौभागमल जी तलेरा परिवार में सो. मनीषा अनिल कुमार तलेरा ने महा मृत्युंजय तप मासखमण 30 उपवास की तपस्या परम पूज्य गणिवर्य कल्याणरत्न विजय जी म. सा. की निश्रा में एवं तलेरा परिवार की कुल दीपिका पूज्य साध्वी भगवंत श्री शौर्य प्रिय श्री जी महाराज साहब की प्रेरणा से अपने आत्म बल को मजबूत कर पूर्ण की। इस उपलक्ष में तलेरा परिवार द्वारा तप अनुमोदनार्थ तपस्या महोत्सव मनाया गया। इस सुप्रसंग के लिए प्रातः 6:30 बजे परम पूज्य गणिवर्य कल्याणरत्न विजय जी म. सा. मोती पूज्य जी मंदिर से चतुर्विध संघ के साथ प्रयाण कर राम मंदिर चौराहे पर पधारे, यहां अनिल तलेरा परिवार के साथ आराधना भवन श्री संघ, कस्तूरबा नगर श्रीसंघ, सज्जन मिल जैन श्री संघ के सैकड़ो की संख्या में समाज जन ने भव्य अगवानी की। वहां से सामैया प्रारंभ हुआ जिसमें ढोल पार्टी के साथ घंटनाद किया जा रहा था। सुसज्जित बग्घी में शंखेश्वर पारसनाथ प्रभु की तस्वीर शोभायमान रही। रास्ते भर गुरु भगवंत के समक्ष गहुली कर समाज जन आशीर्वाद प्राप्त करते रहे। गुरुजी हमारे आए हैं, नई रोशनी लाए हैं, के नारे लगाते रहे। सामैया कस्तूरबा नगर मुख्य मार्ग होते हुए तपस्वी मनीषा अनिल तलेरा के निवास स्थान पर पहुंचा जहां सुंदर गहुली और श्राविकाओं द्वारा सर पर कलश रखकर गुरु भगवंत की अगवानी की गई। यहां गुरु भगवंत ने तलेरा परिवार को संक्षिप्त हित शिक्षा प्रदान की। सामैया वहां से कस्तूरबा नगर श्री नमीनाथ जैन मंदिर पहुंचा, जहां प्रभु दर्शन वंदन एवं सामूहिक चैत्यवंदन किया गया। वहां से सामैया तपोत्सव स्थल सुमंगल गार्डन पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो गया। प्रारंभ में सुमित तलेरा ने सुंदर स्वागत गीत प्रस्तुत किया। पूज्य गुरुदेव कल्याणरत्न विजय जी म. सा. ने फरमाया कि आपका मन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है जिसमें हमेशा संकल्प विकल्प चलते रहते हैं। जिसके चार मुख्य कारण है – आहार संज्ञा, भय संज्ञा, मिथुन संज्ञा व परिग्रह संज्ञा। इनको दूर करने के लिए तप, ज्ञान, शील व दान धर्म में अपना पूरा ध्यान केंद्रित रखना चाहिए, तो ही आपका जीवन सार्थक है।
इस अवसर पर आराधना भवन श्री संघ अध्यक्ष अशोक लुनिया, सचिव हिम्मत गेलड़ा, सहसचिव राजेश गांधी, ट्रस्टी विजय मेहता व अमृत जैन द्वारा आराधना भवन श्री संघ की ओर से तपस्वी मनीषा अनिल तलेरा एवं तपस्या महोत्सव के लाभार्थी तलेरा परिवार का अभिनंदन पत्र भेंट करते हुए शाल,श्रीफल व माला से बहुमान किया गया। आराधना भवन सेवा समिति की ओर से अध्यक्ष नरेंद्र घी वाला, सचिव संजय पारख, जय नाहर, विमल जैन ,नरेंद्र बनवट शिवलाल बंबोरी आदि द्वारा भी तपस्वी का बहुमान किया गया। महावीर मेहता की सुपुत्री उर्वी मेहता जो 14 दिसंबर को रतलाम में ही संयम पद पर आरुढ होकर दीक्षा लेने जा रही है, का बहुमान भी तलेरा परिवार द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पारस सकलेचा, बाबूलाल सियाल, राजेंद्र कोठारी, अशोक कोठारी, राज लुनिया, कनकमल जैन, देवेंद्र पुंगलिया, हंसराज चोपड़ा, दिलीप गेलड़ा जयंतीलाल जैन, राजेंद्र सेठिया, मनोज लोढ़ा, मनीष पटवा, दीपक कटारिया, संजय भंडारी, अभिजीत सुराना आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन अमित कोठारी द्वारा किया गया ।