लूट की नीयत से आरोपियों ने तिरहे हत्याकांड को अंजाम दिया, मुख्य आरोपी फरार, 5 गिरफ्तार

रतलाम । औ.क्षेत्र रतलाम में दिनांक 25-26.11.20 की रात राजीव नगर के निवासी गोविंद पिता बगदीराम सोलंकी,शारदा बाई व उनकी बेटी दिव्या की घर मे घुसकर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उक्त मामले में पुलिस द्वारा ५ आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक आरोपी फरार है । उक्त ट्रीपल हत्याकांड का खुलासा आज जिला पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने किया । आज प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए एसपी श्री तिवारी ने बताया कि दिनांक 25-26.11.20 हुए ट्रीपल हत्याकांड का प्रकरण थाना औ.क्षेत्र रतलाम मेंं धारा 302 भादवि. हत्या का मामला अज्ञात आरोपियो के विरूद्व पंजीबद्व किया गया । मामले की गंभीरता को देखते हूए उप पुलिस महानिरीक्षक महोदय, रतलाम रेंज, और जिला पुलिस अधीक्षक, एफएसएल अधिकारी, सायबर सेल, फिंगर प्रिन्ट एक्सपर्ट आदि घटनास्थल पर पहुंच कर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और भौतिक व वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित किये गये ।
घटना का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 26.11.20 को थाना औ.क्षेत्र रतलाम को सूचना मिली कि राजीव नगर मे गोविंद सोंलकी, उसकी पत्नि शारदाबाई व उसकी बेटी दिव्या तीनो मृत अवस्था में अपने घरमे पडे है। इस पर जाकर घटनास्थल का अवलोकन करने पर यह ज्ञात हुआ कि इनको सिर मे गोली मार कर इनकी हत्या की गई है। उक्त मामले की गंभीरता को देखते हूए घटना की पतासाजी आरोपियो की गिरफ्तारी आदि के लिये स्पेशल टीम का गठन किया गया। जिसमे पुलिस ने आसपास रहने वाले निवासियो के कथन लिये गये साथ ही साथ सीसीटीव्ही कैमरो को खंगाला गया, सायबर सेल की मदद ली गई। उक्त घटना मे यह ज्ञात हुआ कि मकान गोविंद सोलंकी का ही है ओर उनके मकान मे किरायेदार लोग रहते है। किरायेदार ने सूचना दिया कि उसकी स्कूटी घर के नीचे से गायब है। इसका अवलोकन किया गया तो यहज्ञात हुआ कि मृतिका दिव्या की स्कूटी की चाबी गायब है ओर किरायेदार की स्कुटी घटनास्थल से गायब है। पुलिस ने इसकी तलाश आदि के लिये भी सीसीटीव्ही कैमरे और पुलिस को अलर्ट किया गया, टोल नाके आदि से जानकारी निकाली गई । उक्त स्कूटी दिनांक 26.11.20 की शाम को देवरा देवनारायण कालोनी मे स्थित मंदिर के पास मे लावारिस हालत मे मिली। सीसीटीव्ही कैमरे आदि के माध्यम से यह ज्ञात हुआ कि दो लोग जो कि अलग अलग स्कूटी पर आये थे उनमे एक ने स्कूटी वहां छोडकर दूसरे स्कूटी के पीछे बैठकर वहां से भागे। उक्त स्कूटी देवरा देवनारायण स्थित मंदिर पर कैसे पहुंची आदि की पतासाजी के लिये एक स्पेशल टीम सीसीटीव्ही कैमरे चैक करने के लिये लगाई गई। इसमे उन्होने दि. 26.11.20 की रात मे ही घटनास्थल से आरोपियो के भागने के रूट को ट्रेक किया गया ओर सायबर सेल की टीम भी लगाई गई । करीबन 200 से अधिक स्थानो पर लगे सीसीटीव्ही कैमरे आदि को खंगाला गया । इससे जानकारी निकली कि घटना को अंजाम देने के लिये घटना वाले दिन के शाम 7.30 बजे से ही घटनास्थल, घटना कर भागने के रूट आदि की रैकी करते रहे। इसके बाद लगभग रात 8-8.15 बजे के आस पास इन्होने खुले ग्राउण्ड मे एकत्रित होकर रूपरेखा तैयार किया ओर घटना को अंजाम देने के लिये चार लोग शामिल थे यह वहां मिले इसमे उनका मुख्य मास्टर माईन्ड दिलीप देवल जो दाहोद का रहनेवाला है । इसने अपने साथ मे बॉबी उर्फ अनुराग तथा गोलू उर्फ गौरव बिलवाल जो रतलाम के रहने वाले है, तथा चौथा लाला भाबोर जो दाहोद का रहने वाला है व गौरव बिलवाल का रिश्तेदार है। इन लोगो ने घटना को अंजाम देने के लिये दिनांक 23.11.20 को ही योजना कर रखी थी और दिनांक 25.11.20 का दिन चुना था क्योकि उस दिन छोटी दिपावली (देव उठनी ग्यारस) होने से लोग अपने घर में व आतिशबाजी आदि होने से फायरिंग आदि के दौरान लोगो को पता नही चले । इस हिसाब से ये लोग रात 8.15 केआस पास घटनास्थल पर पहुंच गये। मौका देकर जब गली मे बाहर कोई नही था उस वक्त दिलीप, अनुराग उर्फ बॉबी व लाला भाबोर घर के अंदर घुसे व चौथा साथी गोलू उर्फ गौरव इसको बाहर मोटर सायकल व स्कूटी कीनिगरानी करने एवं गाडी चालू रखने के लिये लगाया ताकि भागने मे कोई दिक्कत न आये। उसके बाद इन लोगो ने घटनास्थल पर दिलीप ने घर के अंदर घुसते ही सबसे पहले शारदाबाई जो अपने घर मे बेड पर बैठकर टीवी देख रही थी उसके सिर मे गोली मारी, उसकी आवाज सुनकर दूसरे कमरे में लडकी दिव्या उठी ओर जैसे इस तरफभागी तुरन्त उसको भी चेहरे पर आंख के नीचे गोली मार दी इन दोनो की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। फिर इन तीनो ने मिलकर इनके केश, ज्वेलरी आदि को लूटा और इसके बाद ये जैसे ही बाहर निकलने लगे तब तक गोविंद सोंलकी जो सैलून पर काम करते है रात्रि लगभग 9 बजे अपने घर पर पहुंचे जैसे गोविंद ने सीढियों पर चढना शुरू किया इन लोगो ने देख लिया इन लोगो ने इंतजार किया व जैसे ही गोविंद घर मे घुसा घर मे छिपकर इन लोगो गोविन्द के सिर पर गोली मार दी । फिर वहां से इन लोगो ने मृतिका दिव्या की स्कुटी की चाबी लेकर स्कुटी चलाकर वहां से भागे व गोलू जो पहले से बीच रास्ते मे स्कूटी चालु करके खडा था इन लोगो ने गाडियों को बदला अपन कपडे बदले व वहां से गोलू व अनुराग को एक तीसरी जगह पर भेज दिया ओर यह लोग देवरा देवनारायण स्कूटी छोडने के बाद वापस एक स्थान पर मिले जहां इन लोगो ने लूटी हुई सम्पत्ति का बंटवारा किया ओर चारो फिर अपने-अपने स्थानो के लिये रवाना हो गये। जांच में पुलिस को ज्ञात हुआ कि इस पूरे घटनाक्रम का मास्टर माईन्ड दिलीप देवल है जो कि मूलत: दाहोद का रहने वाला है ओर पिछले लगभग डेढ साल से रतलाम मे किराये के मकान मे रह रहा है। इसने सेंटदीप की संचालिका विशाला सोलंकी के माध्यम से क्योकि दिलीप विशाला सोंलकी का पहले छात्र रह चुका है रतलाम में अपनी पहचान बताकर किराये का मकान लेता है उसके बाद ये महिला के ही माध्यम से विभिन्न लोगो से इसकी जान पहचान होती है लेकिन यह उस जान पहचान का फायदा उठाकर ही यह लोगो को चिन्हित कर लेता है कि कौन सा ऐसा परिवार है जहां आराम से लूट की घटना की जा सकती है, सम्पत्ति ज्यादा मिलने की संभावना रहती है। साथ ही साथ जहां महिलाए ही हो ताकि उनको ज्यादा प्रतिरोध का सामना नही करना पडे, जहां पर कोई घटना के बाद शिकायतकर्ता या बताने वाला कोई न मिले, ताकि घटना का मुख्य कारण बताने वाला कोईन हो एवं पुलिस को कोई साक्ष्य न मिले । इस तारतम्य में इसने गोविंद सोंलकी से भी सम्पर्क किया जो कटिंग का कार्य करते है यह इनके यहा सेंविग बनाने जाया करता था । उसके घर आने जाने के दौरान ही गोविंद के घर की गतिविधियो को समझ लिया, घर की परिस्थितियों की घर की सम्पत्ति आदि चीजो को देख लिया उसके बाद तब से इसके दिमाग मे इस घटना को अंजाम देना को सोचा व इसके साथी बॉबी उर्फ अनुराग, गोलू उर्फ गौरव व लाला भाबोर से सांझा कर रखा था व दिवाली के पहलेही इन लोगो ने योजना बना रखी थी उसके बाद छोटी दिवाली दिनांक 25.11.20 को चुना था ओर 25 नंवबर कोघटना करने के पहले ही उसने अपना किराये का मकान 23 नवंबर को खाली कर दिया था और इन लोगो के माध्यम से घटना को अंजामदिया । अभी तक पुलिस ने इसके साथ तीन लोग जो घटना मे शामिल थे गिरफ्तार कर लिया है। दो दाहोद से व एक को रतलाम से ही गिरफ्तार कर लिया है। घटना के दौरान प्रयुक्त व लूटी गई सामग्री मे से काफी सामग्री को जप्त कर लिया है। लेकिन घटना का मुख्य मास्टर माईन्ड दिलीप देवल अभी भी फरार है।थाना औ.क्षेत्र रतलाम की ही एक ओर घटना जो 18.06.20 की घटना है। इसमे मृतिका प्रेमकुंवर की सिर में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी । उस वक्त भी उनके घर पर उनका कोई परिजन नही था । पुलिस ने हत्याका मामला पंजीबद्व किया था वह मामला भी अभी तक अनट्रेस था। चूंकि तरीका वारदात दोनो ही घटनाक्रम में समान था इसलिये पुलिस को पहले दिन से ही इस बात की शंका थी हो न हो इन दोनो घटना में शामिल गिरोह एक ही होगा । इस बात पर विवेचना शुरू की गई तो यह तथ्य सामने आये कि इस घटना को भी आरोपी दिलीप देवल ने अपने अन्य साथियो के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। वहां भी उक्त महिला से भी आरोपी दिलीप देवलका स्कूल संचालिका विशाला के माध्यम से ही सम्पर्क हुआ था। जब महिला ने जून में अपना स्कूल बेचा था उस दौरान मृतिका प्रेमकुंवरबाई जो कि इस महिला को काफी पहले से 15 साल से जानती थी उसने फोन कर बताया किआप चाहे तो मेरे घर मे नीचे चार कमरे खाली है । जहां पर कोई माइक्रो फायनेंस मे काम करने वाला रहता था जो खाली करके चला गया है। आप चाहे तो वहां आकर किराये से रह सकती है। उक्त बात विशाला ने अपने भाई व दिलीप जिसे वह अपने बेटे की तरह मानती थी बताया । यह जानकारी मिलने पर दिलीप देवल खुद प्रेमकुंवरबाई के घर गया व मकान देखने के बहाने घर का रैकी किया व महिला से मिला बातचीत किया व समझ गया कि महिला केपास पर्याप्त पैसा व ज्वैलरी है। इसका फायदा उठाया जा सकता है।
उक्त बात को दो अन्य साथी जो इस घटना से अलग है। इसमे सुमित व हेमन्त जो कि रिश्ते मे दिलीप के बडे पापा का लडका ही है। उसके साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया । उक्त घटना मे शामिल दो आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनो घटनाक्रम का मास्टर माईन्ड दिलीप देवल जो एक तरह का साइको किलर है। जो कि लूट की घटना की नियत से घर मे घुसता है व गोली मार कर हत्या करता है। इसका मुख्य उद्देश्य हैकि वह कोई साक्ष्य या गवाह नही छोडना चाहता है। इस कारण अधिकतर महिला व ऐसे घर को चिहिन्त करता है जहां कोई प्रतिरोध न कर सके व इसके खिलाफ कोई साक्ष्य न मिल पाये ।यह बताना उचित होगा कि अभी तक ज्ञात तथ्यो मे दिलीप देवल ने कुल 6 हत्याओ को अंजाम दिया है। दोहत्या इसने दाहोद मे एवं 4 हत्याए रतलाम मे की है। यह बहुत कुख्यात व शातिर साइको किलर बदमाश है। पिछलेएक सप्ताह से रतलाम पुलिस के लगभग 100 से अधिक पुलिस अधिकारी लगे है। लेकिन यह अब तक लगातारअपनी लोकेशन बदल बदल कर पुलिस को चकमा दे रहा है। इसके गिरफ्तार के लिये पुलिस ने विशेष टीम कागठन कर रखा है। ओर जल्द ही इसे गिरफत ार किया जावेगा । पुलिस दिन रात इसकी गिरफत ारी के लिये लगीहुई ।अभी तक देखा जाए तो दोनो घटना को मिलाकर पुलिस ने कुल पांच आरोपियो को गिरफत ार कर लिया हैजो इसके गिरोह के साथी है। इसमे मुख्यत: अनुराग उर्फ बॉबी, हेमंत जो इसके बडे पापा का लडका है तीसरा गोलूउर्फ गौरव जो कि चाय की दुकान चलाता है, चौथा लाला भाभोर जो कि दाहोद का रहने वाला है व गोलू उर्फ गौरवके बुआ का लडका है और पांचवा सुमित जो कि रतलाम का रहने वाला इनको पुलिस को गिरफत ार कर लिया है,छठा मास्टर माईन्ड दिलीप देवल जो फरार है। घटना की गंभीरता को देखते हूए पुलिस महानिरीक्षक महोदय, उज्जैनजोन द्वारा तीस हजार का ईनाम घोषित किया है। जो भी दिलीप देवल की जानकारी देगा उसको दिया जायेगाजानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जावेगा ।पुलिस जनता की जानकारी के लिये इसका फोटोग्राफ जारी कर रही है ओर आप सभी से आग्रह है कि जहांपर यह कुख्यात आरोपी दिखे उसकी जानकारी तत्काल नीचे दिये नंबरो पर देवे ताकि इसके पुलिस तत्कालगिरफत ार कर सके ओर यह अन्य घटना को अंजाम न दे सके। यह बहुत शातिर किस्म का आदमी है इसने पिछलेएक वर्षो मे तीन से अधिक फर्जी आधारकार्ड बनवाये व लोगो से नाम बदल बदल कर मिलता है। मूलत: इसकानाम दिलीप देवल है, जो कि गुजरात व इसके आस पास के लोगो को पता है। लेकिन यह हिमांशु सोंलकी के नामसे लोगो का अपना परिचय देता है। मकान, प्रापर्टी आदि की सौदा हिमांशु सोलंकी के नाम से करता है। इसनेतीसरा आधार कार्ड जो कि गुजरात से अनुपम शर्मा के नाम से बना रखा है। लोगो का अपना परिचय देता है। कईसारे फर्जी सिम, फेक आईडी इसने हिमांशु सोलंकी, अनुपम शर्मा के नाम से बना रखा है। कई सारे लोगो से पूछताछके दौरान कथन मे लोगो ने इसका नाम अनुपम शर्मा, हिमांशु सोंलकी बताया । इसकी शौहरत प्रापर्टी के लिये फर्जीरजस्ट्री बनाना एवं जमीन मालिक को धमका कर कब्जा दिलाना ।यह कुख्यात आरोपी दाहोद से लगभग दो वर्ष पूर्व से पेरोल पर से फरार है। दाहोद मे इसने व्यापारी की सिरमे गोली मार कर हत्या की थी उस मामले मे इसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। वहां से पेरोल पर छुटने केदौरान पेरोल पर से जम्प करके फरार हो गया व यह अपने परिजन व साथियो की मदद से सम्पर्क बनाये व किरायेका मकान रहकर रह रहा था। दिलीप देवल के खिलाफ 3 मामले दाहोद मे पंजीबद्व है। दो मामले हत्या के एवं एकमामला पेरोल जम्प का है। रतलाम मे भी शुरू मे कुछ वर्ष इसने सेंटदीप स्कूल मे पढाई की है। तब ही यह स्कूल संचालिका विशाला सोलंकी से पहचान बनाई । वर्ष 2009 मे थाना औ.क्षेत्र. रतलाम मे धारा 366,376,506 भादवि केखिलाफ मामला पंजीबद्व हुआ था। इसके अलावा 4 हत्या जो अभी किये है। इसका गिरफ्तार होना अत्यंत आवश्यक है। इसमे जनता से आग्रह है कि यह व्यक्ति जहां भी दिखे तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दे । यह अपना भेष बदलकर भी रहता है। इसके जितने भी फोटो पुलिस के पास उपलब्धहै। रतलाम पुलिस आपसे साझा कर रही है ओर टेलीफोन नंबर भी साझा कर रहे। जहां भी दिखे इसकी कोई मदद न करे तत्काल आप नजदीकी थाने पर या रतलाम पुलिस के नंबरो पर शेयर करे, सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा।
यह आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने अनुराग उर्फ बॉबी पिता प्रवीणसिंह परमार जाति मेहर (हरिजन) उम्र 25 वर्ष नि. सेक्टर बी विनोबा नगर,रतलाम गोलू उर्फ गौरव पिता राजेश बिलवाल जाति भील उम्र 22 वर्ष नि. रेल्वे कालोनी रोड नंबर 07 म.न. 350 रतलाम, लाला पिता मनु भाबोर जाति भील उम्र 20 वर्ष नि. ग्राम अभलोड लिम्बू फल्या थाना जेसवाडा जिला दाहोद गुजरात, सुनीत उर्फ सुमीत पिता जितेन्द्रसिंह चौहान जाति राजपूत उम्र 21 साल निवासी गांधी नगर मेन गुजरात मांगलिक भवन के पास, रतलाम, हिम्मतसिंह पिता रूपसिंह देवल जाति पटेलिया भील उम्र 27 साल नि. एम 40 देवरा देव नारायण कालोनी रतलाम थाना औ.क्षेत्र रतलाम म.प्र. स्थाई पता निवासी ग्राम खेडी डुंगरी फल्या थाना ग्रामीण दाहोद, जिला दाहोद गुजरात को गिरफ्तार किया है वहीं मुख्य आरोपी दिलीप पिता भावसिंह देवल जाति पटेलिया आदिवासी, निवासी ग्राम खरेडी डुंगरी फल्या थाना ग्रामीण दाहोदजिला दाहोद गुजरात हा.मु. महेश नगर रतलाम अभी फरार है ।
इनकी रही मुख्य भूमिका
उक्त आरोपियो को गिरफ्ताप करने मे गठित एसआईटी. सायबर सेल, फोरोसिंक, एफएसएल,फिंगर प्रिन्ट एक्सपर्ट के पुलिस अधि./कर्मचारियो एवं जिले के अन्य थानो के पुलिस अधि./कर्मचारियो की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।