इंदौर। एरोड्रम रोड स्थित महावीर बाग में राष्ट्रसंत ललितप्रभ सागर जी, डॉ मुनि शांतिप्रिय सागर जी, साध्वी विमलयशा श्री जी एवं साध्वी जिनाज्ञा श्री जी महाराज के सान्निध्य में महत्तरा साध्वी विनीता श्री जी महाराज की मूर्ति स्थापना समारोह आयोजित हुआ।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए संत ललितप्रभ जी ने कहा कि साध्वी विनीताश्री जी महाराज जिनशासन की महान साध्वी विचक्षणश्री जी महाराज की महान शिष्या थी और उनकी कृपा से श्री संघ ने पिछले 10 वर्षों में चौमुखी उन्नति की। उन्हीं की प्रेरणा और सानिध्य से रामबाग में महान दादावाड़ी का निर्माण हुआ और महावीर बाग का जीर्णोद्धार हुआ जिसे समाज सदा याद रखेगा। साध्वी जी की सहजता, सरलता और साधना हर किसी के दिल को छू लेती थी। ऐसी महान विभूति पर जिनशासन सदा गौरव करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि श्री संघ ने कोरोना काल में भी गुरुजनों का इतना भव्य चातुर्मास संपन्न करवाया जो कि अपने आप में पूरे देश के लिए मिसाल है। इस चातुर्मास में आयोजित लाइव प्रवचन को विश्व भर के लाखों लोगों ने सुना और हजारों परिवारों में प्रेम और मिठास घुला जो कि अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह चातुर्मास जितना इंदौर वालों को याद रहेगा उतना ही इस चातुर्मास को हम भी कभी नहीं भुला पाएंगे। आप भले ही हमारे नाम और चेहरे को भूल जाना, पर हमारी अच्छी बातों को कभी मत भूलना तो यह जिंदगी सदा स्वर्ग सरीखी बनी रहेगी।
इस अवसर पर शांतिप्रिय सागर जी ने कहा कि यह चातुर्मास युवा पीढ़ी के लिए वरदान बना। ऑनलाइन शिविर आयोजन से भाई बहनों को रोगों से मुक्ति पाने और आध्यात्मिक विकास करने के गुर मिले।
इस अवसर पर साध्वी विमल यशाश्री एवं साध्वी जिन आज्ञा श्री ने भी अपना संबोधन दिया और देश भर से आए संदेशों का वाचन किया। इस दौरान चातुर्मास संयोजक प्रकाश जी मालू और अध्यक्ष धर्मेंद्र जी मेहता ने आभार प्रकट किया। मूर्ति स्थापना के लाभार्थी ज्ञानचंद जी महेंद्र कुमार जी ललित कुमार जी भंडारी परिवार का श्री संघ द्वारा अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में अदिति जी कोठारी, रुचि जी भंडारी और अपेक्षा जी पीपाड़ा द्वारा मधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई। सभी भाई बहनों को साहित्य की प्रभावना देने का लाभ सुजान मल जी चोपड़ा परिवार ने लिया।
मंच संचालन मंत्री राजेंद्र जी नाहर ने किया।