देश के युवा व्यवसाय की ओर आगे बढें – डा.जीवन प्रकाश जैन
जयपुर 18 अक्टूबर । भगवान ऋषभदेव आदि पांच तीर्थंकरों की जन्म भूमि शाश्वत तीर्थ अयोध्या बड़ी मूर्ति जैन मंदिर परिसर में भारत गौरव गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी के 73 वें संयम दिवस एवं 91 वें जन्म जयंती पर 3 दिवसीय कार्यक्रम में आयोजित शरद पूर्णिमा श्रुत ज्ञान महोत्सव, अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन युवा परिषद् व महिला संगठन का राष्ट्रीय अधिवेशन, महामस्तिकाभिषेक, विशाल रथयात्रा 16 से 18 अक्टूबर 2024 तक परम पूज्य आर्यिका शिरोमणि गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी के सानिध्य में, प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका रत्न श्री चंदनामती माताजी के मार्गदर्शन में एवं युवा परिषद के परामर्श प्रमुख पीठाधीश स्वस्ति श्री रवीद्र कीर्ति स्वामी जी के निर्देशन में सफलता व उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुए ।
युवा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन ने अवगत कराया 16 अक्टूबर को सांय 7 बजे महाआरती के पश्चात युवा परिषद् का राष्ट्रीय अधिवेशन युवा परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जीवन प्रकाश जैन जम्बूद्वीप, हस्तिनापुर की अध्यक्षता में, मुख्य अतिथि संजय पापडीवाल ओरंगावाद, प्रमोद कासलीवाल महाराष्ट्र, डॉ.अनुपम जैन इन्दौर थे, विशिष्ट अतिथि डांअभय जैन लखनऊ,सभी अतिथियों का स्वागत अयोध्या तीर्थ क्षेत्र कमेटी द्वारा किया गया। अधिवेशन में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन, चित्र अनावरण किया गया।
मंगलाचरण युवा परिषद् के राष्ट्रीय मुख्य संयोजक प्रतिष्ठाचार्य विजय कुमार जैन हस्तिनापुर ने किया, उन्होंने युवा परिषद् की प्रस्तावना व गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन ने अपने उद्बोधन में सभी अतिथियों, अयोध्या तीर्थ क्षेत्र कमेटी के सभी पदाधिकारियों, युवा परिषद् के उपस्थित सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का हार्दिक अभिनन्दन,स्वागत किया,और उन्होंने तीर्थ क्षेत्रों के संरक्षण हेतु देश के युवाओं को संगठित होने की आवश्यकता पर जोर दिया। डां. जीवन प्रकाश जैन जम्बूद्वीप हस्तिनापुर ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि देश की युवा पीढ़ी पढ़-लिख कर व्यवसाय को सम्भालें , नौकरियों से दूर रहें। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अयोध्या में 5 जनवरी 2025 को 49 वां स्थापना दिवस मनाये जाने की घोषणा की।
तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत महासंघ द्वारा डांस अभय जैन लखनऊ को चन्दा देवी स्मृति पुरस्कार प्रदान किया गया। राजस्थान की गतिविधियों पर प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जैन ने, उत्तर प्रदेश की गतिविधियों पर अध्यक्ष आदीश जैन लखनऊ, बुन्देलखण्ड की अशोक क्रान्तिकारी ने, खंडवा की जितेन्द्र जैन लुहाड़िया, इन्दौर एम पी की अर्पित जैन वाणी, टिकैतनगर की गतिविधियों पर परमेंन्द्र जैन आदि ने प्रकाश डाला। कुशल संचालन युवा परिषद् के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष बिजेंद्र जैन शाहदरा दिल्ली ने किया ।
17 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा श्रुतज्ञान महोत्सव विभिन्न कार्यक्रमों के साथ धूमधाम से मनाया गया । दोपहर 1बजे अवध प्रान्त के विविध स्थानों से उपस्थित महिला संगठनों की सदस्याओं ने बड़ी भक्ति भाव से परमपूज्य गणिनी प्रमुख श्रीज्ञानमती माताजी की नृत्य एवं विभिन्न पोशाकें पहन कर पूजा करवाई,जिसका संयोजन लखनऊ से स्मृति जैन सराफ,रूबी जैन आदि महिलाओं द्वारा किया गया।
रात्रि को महाआरती, लघु नाटिका गणिनी ज्ञानमति अवध प्रान्तीय महिला संगठन के द्वारा जिसका संयोजन अध्यक्ष सुनयना जैन ने किया, माताजी का जन्म समय के अवसर पर विभिन्न वाद्ययंत्रों, नृत्य व जयकारों के साथ जन्म दिन मनाया।
युवा परिषद् के मुख्य संयोजक प्रतिष्ठाचार्य विजय कुमार जैन हस्तिनापुर ने बताया कि महोत्सव में विभिन्न पुरस्कार यथा ज्ञानमती पुरस्कार राजकुमार सेठी कलकत्ता को , जम्बूद्वीप पुरस्कार बिजेंद्र कुमार जैन शाहदरा दिल्ली को , रत्नमती पुरस्कार सुमतिबाई कासलीवाल पटना , युवा परिषद् का युवा रत्न पुरस्कार अर्पित जैन इन्दौर आदि त्रिलोक शोध संस्थान जम्बूद्वीप हस्तिनापुर व अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन युवा परिषद द्वारा समर्पण किए गये ।
इस अवसर पर पूज्य माता जी ने अपने आशीर्वचन में अपने उत्कृष्ट संयम काल के संस्मरण सुनाए और सभी उपस्थित भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किये। समस्त शरद पूर्णिमा महोत्सव का कुशल संचालन डां.जीवन प्रकाश जैन जम्बूद्वीप हस्तिनापुर ने ने किया।
युवा परिषद् के राष्ट्रीय अधिवेशन में युवा परिषद् के उपाध्यक्ष पवन कुमार जैन घुवारा, संगठन मंत्री निधेश जैन टिकैतनगर, उत्तर प्रदेश प्रांतीय महामंत्री रितेश जैन लखनऊ,महाराष्ट्र से कमल कासलीवाल , रोशन जैन मुंबई लखनऊ से वीर कुमार जैन, प्रतिष्ठाचार्य अकलंक जैन के साथ विभिन्न प्रांतों से युवा परिषद् के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित हुए ।
उक्त महोत्सव में विभिन्न प्रांतो से समाज श्रेष्ठी, विद्वान, विभिन्न राष्ट्रीय संस्थाओं के राष्ट्रीय पदाधिकारी व सदस्य पहुंचे।
18 अक्टूबर को प्रात अभिषेक, भव्य रथयात्रा निकाली गई। परमपूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका रत्न श्री चन्दनामती माताजी ने सभी उपस्थित भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया।