जैन दिवाकर श्री चौथमल जी मसा की 147 वीं जन्म जयंती एवं मालवरत्न ज्योतिषाचार्य उपाध्याय श्री कस्तुर चंद जी मसा की 119 दिक्षा जंयती पर पांच दिवसीय धार्मिक आयोजन के साथ मनाई जाएगी

जावरा (अभय सुराणा )। जहाँ चार्तुमास अपने अंतिम छोर पर चल रहा पर धार्मिक गतिविधियां निरंतर संचालित हैं हम सब की आस्था के केंद्र पूज्य गुरुदेव जैन दिवाकर श्री चौथमल जी म सा कि 147 वीं जन्म जयंती एवं जावरा के गौरव मालवरत्न ज्योतिषाचार्य उपाध्याय श्री कस्तुर चंद जी म सा की 119 दिक्षा जंयती पर 11 नंवबर से 15 नंवबर तक पांच दिवसीय धार्मिक आयोजन के साथ जैन दिवाकर भवन मैं विराजित श्री विकसित मुनि जी म सा, श्री वितराग मुनि जी म सा के पावन सानिध्य में मनाई जायेगी आपकी निश्रा में 11 नंवबर को सामायिक दिवस, 12 नंवबर को उपवास दिवस, 13 नंवबर को सामुहिक वर्षीतप पारणा एवं तपस्वीयो का सम्मान प्रातः 9 बजे गुणानुवाद सभा एवं श्री कस्तुरचंद जी म सा के जाप, जाप के लाभार्थी श्री मती पुष्पादेवी बंसतीलाल चपडोद परिवार, 14 नंवबर को प्रातः 8:30 बजे चल समारोह जैन दिवाकर से 9 बजे दिवाकर जाप एवं चालीसा, जाप एवं चालीसा के लाभार्थी श्रीमती निर्मला देवी सुजानमल जी औरा परिवार एवं गुणानवद सभा तथा श्री संघ के स्वामीवात्सल्य का आयोजन प्रातः 11:15 बजे सागर साघना भवन पर ‌रखा गया है। स्वामीवात्सल्य नखरे के लाभार्थी स्व. मदनलाल जी स्व. श्रीमती संगीता देवी नाहर की स्मृति में श्री मति इंद्रादेवी, शेखर, विदित नाहर परिवार हैं। 15 नंवबर को लोकाशाह जंयती एवं विदाई समारोह जैन दिवाकर भवन पर एवं 16 नंवबर को मंगलमय विहार रहेगा उक्त पांच दिवसीय आयोजनों की पत्रिका लेखन शुभ मोहर्रत मे किया गया ।
उक्त जानकारी देते हुए सह सचिव आकाश जैन ने बताया कि पत्रीका लेखन में चार्तुमास समिति के अध्यक्ष पुखराजमल कोच्टटा, उपाध्यक्ष कनकमल चोरडीया, श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष बंसतीलाल चपडोद, पुर्व महामंत्री संदीप रांका, कोषाध्यक्ष राकेश जैन उजाला, सुजानमल कोच्चटा, अजीत रांका, शेखर नाहर, वर्धमान टुकडियां, शांतिलाल डांगी, सुरेंद्र सुराणा कंवर सा आदि उपस्थित थे।