वरिष्ठजनों का किया सम्मान
रतलाम 31 दिसम्बर । त्रिवेणी के पावन तट पर चल रहे 71 वें महारूद्र यज्ञ में पधारे भानपुरा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री ज्ञानानंद जी तीर्थ ने यज्ञ स्थल परिसर में धर्म सभा को सम्बोधित किया । इससे पूर्व स्वामी ज्ञानानंदजी तीर्थ का सनातन धर्म सभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के संरक्षक पूर्व विधायक कोमलसिंह राठौर, अध्यक्ष अनिल झालानी नवनीत सोनी, राजेन्द्र शर्मा, ब्रजेन्द्र नंदन मेहता, मनोहर पोरवाल एवं सदस्यों के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, पं. राजेश दवे, मनोहर पोरवाल, सत्यनारायण पालीवाल, जगदीश राठौर (पहलवान), कपूर सोनी, चेतन शर्मा आदि ने महाराज जी का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया ।
इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के सम्मानीय वरिष्ठजनों का सम्मान स्वामी ज्ञानानंदजी तीर्थ के द्वारा शॉल श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र भेंट कर किया गया। जिनमें रमेश व्यास, कोमल सिंह राठौर, कन्हैयालाल मौर्य (मामाजी ), प.रामचंद्र शर्मा, गोपाल सोनी (जवेरी ), लालचंद टांक, श्रीमती कांता धर्मपत्नी स्व. सूरजमल टांक के साथ ही भारतीय जनता पार्टी रतलाम जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय को सम्मानित किया गया ।
श्री सनातन धर्म सभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के तत्वाधान में त्रिवेणी के पावन तट पर चल रहे 71 वें महारूद्र यज्ञ में पधारे भानपुरा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य 1008 स्वामी श्री ज्ञानानंद जी तीर्थ ने आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहाकि सनातन धर्म श्रेष्ठ है । यज्ञ से वर्षा और वर्षा से अन्न पैदा होता है । सतयुग में ध्यान और यज्ञ का महत्व था और वर्तमान कलुयग में कर्म का महत्व है । इसलिए जैसा कर्म करोगे वैसा ही आपको फल मिलेगा । रतलाम सेंव, सोना के साथ-साथ धार्मिक सेवा के लिए प्रसिद्ध है । यज्ञ ही जीवन का आधार है । हवन कुंड में दी गई आहूतियाँ से अग्नि प्रसन्न होकर अपनी ऊर्जा शक्ति प्रकृति में फैलाती है ।
धर्मसभा में सत्यदीप भट्ट, दिनेश दवे, बसंत पंड्या, नारायण राठौड़, सुरेश दवे, जनक नागल, महेश बाहेती, राखी उपाध्याय, आशा शर्मा, हंसा व्यास, आशारानी उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति एवं पुरूष आदि धर्मालुजन ने उपस्थित होकर धर्मलाभ लिया । कार्यक्रम का संचालन ब्रजेन्द्र नंदन मेहता द्वारा किया गया ।