महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक द्वारा जिले के परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाइजर्स के कार्यो की समीक्षा बैठक में की गई

रतलाम । महिला एवं बाल विकास विभाग के उज्जैन संभागीय संयुक्त संचालक श्री नानसिंह तोमर द्वारा शनिवार को जिले के परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाइजर्स के कार्यो की समीक्षा, बैठक में की गई। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती विनीता लोढा, सहायक संचालक सुश्री अंकिता पंडया, परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाइजर उपस्थित रहे।
श्री तोमर द्वारा बैठक में अति गंभीर कुपोषित बच्चो के एकीकृत प्रबंधन कार्यक्रम की सेक्टरवार समीक्षा की गई जिसमें चिन्हित अति कुपोषित बच्चों व मध्यम कुपोषित बच्चों की शत-प्रतिशत एन्ट्री न करने, बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती न करने एवं बच्चों के फॉलोअप की शत-प्रतिशत एन्ट्री पूर्ण नहीं करने वाले परियोजना जावरा ग्रामीण, आलोट, बाजना, सैलाना, पिपलौदा व रतलाम ग्रामीण के सुपरवाइजर्स को आगामी एक सप्ताह में कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया जिसकी मॉनिटरिंग परियोजना अधिकारी प्रतिदिन करेंगे। जिलें में रिपोर्ट प्रैषित करेंगे, जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा प्रतिदिन समीक्षा की जायेगी। बैठक में जिला अधिकारी श्रीमती विनीता लोढा द्वारा बताया गया कि कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड के निर्देशन में आयुष विभाग के समन्वय से जिलें में कुपोषित बच्चों की क्षीरबला तैल से मालिश व सुपुष्टि चूर्ण से क्षीरपाक दिये जाने हेतु कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। संभागीय संयुक्त संचालक द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों मे बच्चों के वजन, लंबाई-ऊंचाई का माप नियमित लिये जाने, हितग्राहियों को टेकहोम राशन व रेडी-टू-इट का नियमित वितरण, नियमित दुध वितरण, शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण, गर्भवतियों का टीकाकरण, हाइरिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन कर फॉलोअप, हितग्राहियों के घर नियमित व प्रभावी गृहभेंट, लाडली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लक्ष्य अनुरूप उपलब्धि प्राप्त किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहायक संचालक एवं परियोजना अधिकारियों को नियमित क्षैत्र भ्रमण करने के निर्देश दिये गये। आंगनबाड़ी केंद्रों की सेवाओं का प्रदाय कोविड प्रौटोकॉल के अनुरूप करने हेतु समझाईश दी गई।