रतलाम । देश में हस्तशिल्प कला को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम भोपाल द्वारा किया जाने वाला यह प्रयास अद्भुत और अनूठा है। हस्तशिल्प प्रदर्शनी और मेले में मौजूद हर उत्पाद सुंदर होने के साथ ही टिकाऊ भी है। हस्तशिल्प के स्वरूप को रतलाम के पारखी लोग तवज्जो भी देते हैं।
यह बात वारासिवनी जिला बालाघाट से आए युवा बुनकर श्री धर्मेंद्र बागड़े ने कही। श्री बागड़ी द्वारा संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम भोपाल के द्वारा अजंता टॉकीज रोड रतलाम पर स्थित रोटरी हॉल में शुरू हुई हस्तशिल्प प्रदर्शनी उद्घाटन किया गया। इस मौके पर प्रदेशभर से आए हस्तशिल्पों और बुनकरों के साथ-साथ शहर के कलाप्रेमी भी उपस्थित थे। श्री धर्मेंद्र बागड़ी ने रतलाम शहर के नागरिकों को कलाप्रेमी एवं हस्तशिल्प को समझाने वाला बताते हुए कहा कि रतलाम में आने वाले प्रत्येक शिल्पी और बुनकर को यहां की जनता द्वारा अद्भुत सम्मान दिया जाता है, साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा भी यह प्रयास लगातार किया जा रहा है कि इस प्रकार की प्रदर्शनी और मेलों के माध्यम से हमारे शिल्पियों की कला को जनता तक अधिकाधिक रूप से पहुंचाया जाए। हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी से कलाकारों को लगातार बाजार मिलता रहता है। मेला प्रभारी श्री दिलीप सोनी द्वारा बताया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा शिल्पी और बुनकरों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसी का परिचायक रतलाम में आयोजित की जा रही प्रदर्शनी एवं मेला है। रतलाम में विगत 15 वर्षों से लगातार हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हस्तशिल्प प्रदर्शनी एवं मेला प्रत्येक दिवस सुबह 11:00 से रात्रि 9:00 तक नि:शुल्क खुला रहेगा।