राज्य पेंशनरों के लिए अब आंदोलन ही विकल्प है

पेंशनर्स का 21 वां वार्षिक जिला सम्मेलन-साधारण सभा 26 अप्रैल को

रतलाम। मुख्यमंत्री म.प्र. शासन राज्य के साढ़े चार लाख पेंशनरों की न्यायोचित मांगों का समाधान नहीं करते हुए पेंशनरों के साथ लगातार कुठाराघात कर रहे है। इससे पेंशनरों में शासन के प्रति तीव्र आक्रोश उपज रहा है। अब हमें आंदोलन का रास्ता ही अपनाना पड़ेगा। यह बात प्रोग्र्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कीर्ति कुमार शर्मा ने पेंशनर्स की मासिक बैठक में कहीं।
बैठक में प्रांतीय निकाय से प्रांत परिपत्रों की जानकारी दी गई। एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष एम.एल. भट्ट, सचिव एम.एल. नगावत, उपाध्यक्ष हरिश बिंदल, एस.पी. शर्मा, महेश राठौर, दशरथलाल शर्मा, ओमप्रकाश पोरवाल पिपलौदा ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने अधिकारों को पाने के लिए सामूहिक म.प्र. संयुक्त पेंशनर्स मोर्चा द्वारा आंदोलन करना पड़ेगा। आंदोलन ही हमारा हथियार होगा। हमें सड़कों पर आना पड़ेगा।
प्रोग्र्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन म.प्र. रतलाम के तत्ववाधान में 21 वां वार्षिक पेंशनर्स मैत्रीय जिला सम्मेलन एवं साधारण सभा 26 अप्रैल को बरबड़ हनुमान मंदिर सैलाना रोड़ कृष्ण भवन में आयोजित किया गया है। सम्मेलन को संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष ओ.पी. बुधोलिया, महामंत्री व संभागीय पदाधिकारी संबोधित करेंगे।
इस अवसर पर 75 वर्ष आयु पूर्ण वरिष्ठ पेंशनर्स का आयुष सम्मान किया जाएगा। बैठक में नये सदस्य सुधीर कुमार जोशी का स्वागत किया। आभार प्रेम कुमार बेनावत ने माना। संगठन के वरिष्ठ देवेन्द्रसिंह सिसौदिया, गट्टूसिंह चंद्रावत के निधन पर उपस्थित पेंशनर्स ने मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक में बड़ी संख्या में पेंशनर्स उपस्थित थे।