
रतलाम। मौसमी बीमारियों के प्रकोप के चलते शहर में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहे, इस उद्देश्य से कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने रोगी कल्याण समिति सदस्यों को स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेने के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर गुरुवार को रोकस प्रतिनिधिमंडल ने पहले जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी। इस दौरान निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली गई और गंभीर बीमारियों के उपचार में सहायक उपकरणों का परीक्षण कर उन्हें व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए गए।रोगी कल्याण समिति सदस्य मनोहर पोरवाल, गोविंद काकानी, हेमन्त राहोरी ने जिला अस्पताल में ऑक्सीजन व्यवस्था देखी। यहां बॉटलिंग व्यवस्था में ऑक्सीजन प्रदाय हो रहा है। उन्होंने रात्रि में आने वाले मरीजों के लिए भी किए जाने वाले प्रबंधों की जानकारी ली। बाद में मेडिकल कॉलेज पहुंचकर वार्डों का निरीक्षण किया और वेंटिलेटर की व्यवस्था का जायजा लिया। कॉलेज में 97 वेंटीलेटर है, जिनमें कुछ खराब बताए गए। रोकस सदस्यों ने इन्हें दुरूस्त करवाने के निर्देश देते हुए वार्ड स्तर पर वेंटीलेटर का परीक्षण भी किया। कॉलेज परिसर में वाहन व्यवस्था देखते हुए अनावश्यक खड़ी एंबुलेन्स को बाहर खड़ी कराने पर जोर दिया। कोरोना काल में चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन द्वारा दिए गए ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की जानकारी भी ली और उन्हें चालू रखने पर जोर दिया। रोकस सदस्यों द्वारा कोरोना के संभावित खतरे के प्रति सचेत करते हुए जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने की आवश्यकता जताई गई । इस दौरान सिविल सर्जन डॉ.एम.एस. सागर, सीएमएचओ डॉ. संध्या बेलसरे, डॉ. प्रमोद प्रजापति, डॉ. गौरव बोरीवाल, डॉ. अतुल कुमार आदि मौजूद रहे।