गौ माता औषधि का भंडार है – राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश

पानवा जिला सुरेंद्रनगर पद्मावती जैन गौशाला। गौ माता औषधि का भंडार है अमेरिका जैसे देश में देशी गाय के साथ कुछ समय बिताना हो तो ₹4000 की फीस है उक्त विचार राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने पद्मावती गौशाला में विचार व्यक्त करते कहा कि गाय संस्कृति का आधार आर्थिक ता का संबल पर्यावरण के लिए ऑक्सीजन का भंडार है । उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म और जाति का व्यक्ति हो उसकी मां 1 दिन के बच्चे को छोड़कर चली जाती है तो उसे मांस आदि नहीं खिला याजा सकता दूध से ही उसका पालन होता है।
राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का कहना है तीस पर्सेंट नकली दूध आ रहा है सिंथेटिक यूरिया निरमा पाउडर और कास्टिक सोडा का किससे असाध्य रोगों के शिकार हो रहे हैं।
राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश ने स्पष्ट कहा कि ईद पर मीठी सेवइयां यूरिया दूध के बनाएंगे भगवान का प्रक्षालन निरमा पाउडर के दूध से होगा क्या चर्बी के घी से दीप जलेंगे नहीं तो मंदिर और मस्जिद से पहले पशुधन की रक्षा करनी होगी।
जैन संत ने बताया कि कीटनाशक दवाइयों से हमारे शरीर में डीडीटी जहर गुल रहा है धरती खराब हो रही है जैविक खाद की खेती ही लोगों को मिटा सकती है पशुधन का कोई विकल्प नहीं है विश्व बचेगा । राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश ने कहा कि मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारे के साथ कि गोशाला होनी चाहिए घर घर और गाय गांव-गांव गौशाला संदेश देश के कोने कोने में पहुंचा रहे हैं । आचार्य प्रवर श्री हेमचंद्र सूरी जी ने भी पावापुरी में गौशाला खोलने की भावना व्यक्त की आचार्य प्रवर ले केंद्र शेखर विजय जी ने गौ अनुसंधान केंद्र बनाने की भावना व्यक्ति की।