महाराज: भीलवाड़ा काशीपुरी शीतल स्वाध्याय भवन 29 मार्च 2022 । भावना में मनिलनता आत्मा के लिए शेर अग्नि सांप और परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक शत्रु है सद्गुणों का नाश करती है उक्त विचार राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने संबोधित करते कहा कि वह आत्मा को दुर्गति मे धकेल देती है।
उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म उपासना और भगवान हो उनका मुख्य लक्ष्य है निर्मल और पवित्रा भावनाओं का संचार हो।
मुनि कमलेश ने बताया कि धर्म के नाम पर मलिनता का निर्माण होता है तो धर्म भी जहर कै रूप में परिवर्तित हो जाता है।राष्ट्रसंत ने कहा कि कठोर साधना कर ले पर पवित्र भाव आए बिना आत्म कल्याण कभी संभव नहीं हो सकता ।
जैन संत ने कहा कि मलिन भाव से निकलने वाली वाइब्रेशन शरीर रोगों का शिकार बनाती है उसका दुष्प्रभाव संपूर्ण सृष्टि पर पड़ता है महासती श्री पारस कवर जी महासती मधु जी ने राष्ट्रसंत का आदमी स्वागत किया 30 मार्च को राजस्थान शेरनी प्रवर्तनी महासती यश कवर जी की जन्म जयंती प्रात 9:00 बजे अहिंसा दिवस के रूप में मनाई जाएगी।