जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रवासी श्रमिकों के पैदल चलने को पीड़ादायक बताया तथा सभी जिला कलेक्टरों को तत्काल प्रभाव से तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि उपखंड अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोई भी श्रमिक सड़क पर पैदल यात्रा नहीं करें। वे निगरानी कराएं। पुलिस उपाधीक्षक उनका सहयोग करें। उन्होंने रोडवेज प्रबंध निदेशक से कहा कि कलेक्टरों की मांग के अनुरूप बसें दें। सीएम ने कलेक्टरों से कहा कि अहम मार्गों से जुड़े एसडीएम को पर्याप्त बसें दिलाएं। पैदल श्रमिकों के लिए विशेष शिविर खोले। वहां भोजन पानी, शौचालय सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं दें। इसके लिए उपखंड अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
सीएम गहलोत ने जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि चेक पोस्ट से गुजरने वाले पैदल श्रमिकों को पुलिस धैर्य से समझाएं और नजदीकी शिविर में भेजें। अनुमति देने वाले राज्यों के श्रमिकों को अंतर राज्य सीमा तक छोड़ने के लिए मांग के आधार पर बसें उपलब्ध करवाई जाएं। उत्तरप्रदेश जाने वाले पैदल श्रमिकों की अधिक संख्या को देखते हुए जयपुर, दौसा और भरतपुर जिला कलेक्टर रोडवेज बसों के जरिए इन श्रमिकों को भरतपुर स्थित कैम्प में भिजवाएं। बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखण्ड जाने वाले श्रमिकों को रेल से भिजवाने के लिए तत्परता से व्यवस्था की जाए।