तप चक्रेश्वरी आयम्बिल आराधिका पूज्याश्री अरुणप्रभा जी आदि ठाणा-04 का भव्य मंगलप्रवेश

रतलाम । तप चक्रेश्वरी आयम्बिल आराधिका पूज्याश्री अरुणप्रभा जी शतावधानी गुरु कीर्तिजी म.सा., बाल तपस्वी मधुर गायिका गुरु निधि जी म.सा. एंव नवदीक्षिता श्री अरुण कीर्ति जी म.सा. आदि ठाणा 04 का श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ रतलाम के नीमचौक स्थानक पर चातुर्मास हेतु भव्य मंगलप्रवेश संघ अध्यक्ष सुरेश कटारिया के निवास स्थान पैलेस रोड से नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए नीमचौक स्थानक पर हुआ इसके पूर्व अल सुबह भक्ताम्बर सम्पुट का जाप किया गया ।
नीमचौक धर्मस्थानक पर प्रवेश के उपरांत संघ के महामंत्री जयंतीलाल डाँगी ने साध्वी जी के परिचय देते हुए बताया की गुरुणी मैया अरुणाप्रभाजी ने मात्र 15 वर्ष की उम्र में संयम अंगीकार किया और 42 वर्ष संयम की साधना करते हुए हो चुके है । आपने कई उग्र तपस्याएँ की है जिनमें प्रमुख है लगातार 65,51, 45 व 35 उपवास, आप लगातार आयम्बिल तप आराधना करते है, इसी कारण आचार्य भगवन एवं कई संघो ने आपको तप चक्रेश्वरी, तप ज्योति, तप सूर्य, तप वीरांगना, तप प्रभाविका आदि कई उपाधियों से अलंकृत किया है। आप नियमित रात्रि 2 से 4 ध्यान साधना करते है। पूज्या श्री गुरु कीर्ति जी मसा ने 20 वर्ष की उम्र में संयम ग्रहण किया 14 वर्ष का आपका दिक्षा पर्याय है । पिछले वर्ष सूरत चातुर्मास में आपने शतावधानी पद प्राप्त किया। गुरु निधि ने मात्र 11 वर्ष की उम्र में संयम ग्रहण किया संयम पर्याय 3 वर्ष एंव आप मधुर गायक है एंव आगम के अध्य्यन में गहरी रुचि रखती है। नवदीक्षिता अरुण कीर्ति जी मसा की दिक्षा विगत दिसम्बर माह में सूरत में हुई औऱ रतलाम में आपके संयम जीवन का प्रथम चातुर्मास है। पूर्व में आप बालिका मण्डल की अध्यक्ष थी एंव बालिकाओं को धर्म ध्यान के पथ पर आगे बढ़ाती है, आप बाल संस्कार शिविर एंव बालिका शिविर का सफल संचालन करती है।
संघ अध्यक्ष सुरेश कटारिया,एंव संघरत्न इन्दरमल जैन, महेंद्र बोथरा, विनोद बाफना, नवयुवक मंडल अध्यक्ष रितेश मूणत आदि ने अपने भाव व्यक्त किये। महिला मंडल की पिस्ता कटारिया एंव बहु मण्डल से राखी एंव रीना गाँधी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
पूज्या श्री अरुणकीर्ति ने अपने प्रथम चातुर्मास का प्रथम प्रवचन प्रदान किया, पूज्या श्री अरुण प्रभा जी मसा ने भी अपने आशीर्वचन प्रदान किये।
चातुर्मास के प्रारम्भ में नन्ही बालिका कुमारी देशना मूणत ने महासती जी को आज भेंट के रूप में 10 उपवास के प्रत्याख्यान लिए।
इस अवसर पर बाहर गाँव से अनेक दर्शनार्थी पधारे ।
संचालन गुणवंत मॉलवी ने किया। संघ प्रवक्ता ने बताया की रविवार से प्रतिदिनप्रवचन प्रातः 09 से 10 रहेंगे। सुबह 06.30 से 07 प्रार्थना और प्रत्ति रविवार बाल संस्कार शिविर होगा। साथ ही पूरे 4 माह तक घर घर पर सुबह 07 से शाम 07 तक आदि नेमी पारस महावीर शांति जिनेश्वर हरियों पीर के जाप होंगे।