रतलाम । सुदृढ़ सफल और योग्य नेतृत्व के अभाव में 131 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी आज डूबता हुआ जहाज साबित हो रही है वरिष्ठ कद्दावर और समर्पित निष्ठावान नेताओं की इस संगठन में कोई मान सम्मान और इज्जत नहीं है इसी के फलस्वरूप निष्ठावान कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस छोडऩा ही बेहतर समझा है कांग्रेस की इस वर्तमान दशा के लिए स्वयं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और उनके चाटुकार तथाकथित स्वयंभू कांग्रेस के कर्णधार जिम्मेदार हैं जिन्हें मैं संगठन के भविष्य की चिंता है और ना ही समर्पित कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के मान अपमान की चिंता है । यही कारण है कि कांग्रेस राज्यों के साथ-साथ पूरे देश में सिमट कर रह गई है। उक्त आरोप मध्य प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रबल समर्थक पूर्व पार्षद निमिष व्यास ने लगाते हुए कहां है कि कांग्रेस का नेतृत्व अपने दल में किसी और सफल नेतृत्व को स्वीकार करने के लिए तैयार ही नहीं है योग्यता और अनुभव का इस दल में कोई स्थान नहीं है सत्ता भोगी नेता दिग्विजय सिंह, अहमद पटेल, पी चिदंबरम जैसे नेताओं का बोलबाला दिन प्रतिदिन कांग्रेस नेतृत्व को अक्षम बना रहा है यही कारण है कि वरिष्ठ कांग्रेसियों का पार्टी से पलायन जारी है और आने वाले दिनों में इस पार्टी की और भी बुरी गत होगी । मिलिंद देवड़ा, सचिन पायलट, मीनाक्षी नटराजन, भंवर जितेंद्र सिंह, नवीन जिंदल, जतिन प्रसाद, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक तंवर जैसे युवा नेताओं का भविष्य अंधकार में हो गया है । मध्य प्रदेश के तथाकथित छूट भैया नेता जिनका ना कोई जनाधार है ना कोई जनता में विशेष प्रभाव है वह महाराज सिंधिया पर ऐसे अनर्गल एवं मिथ्या आरोप लगा रहे हैं जो आसमान में थूकने के समान है जरा वे भी अपने गिरेबान में झांके और मनन करें कि वह कहां खड़े हैं उन्होंने उनकी पार्टी के लिए क्या किया है तथा जनता के लिए क्या किया है ? आगामी उपचुनाव में संभावित पराजय से चिंतित कांग्रेस के दिग्गज अपनी जवाबदेही से बचने का बहाना ढुढ रहै है लेकिन प्रदेश और देश की जनता बहुत समझदार और परिपक्व है आने वाले समय में वह माकूल और सही जवाब देगी ।