जावरा (अभय सुराणा)। जावरा एक ऐसा शहर है जहाँ लोग विभिन्न धर्म, क्षेत्र, संस्कृति, परंपरा, नस्ल, जाति, रंग और पंथ के लोग एक साथ रहते हैं। यहॉं पर कोई भी सामाजिक या विचारात्मक समस्या नहीं है। इसीके चलते हमारा शहर विविधता में एकता के रुप में जाना जाता है।
उक्त विचार खानकाहे आलिया हजऱत मिंया हुज़ूर रे.अ. के आस्ताने पर ईदुल फितर के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रेस क्लब अध्यक्ष संजय चौधरी ने व्यक्त किये। अवसर था रमजान के पवित्र माह में तीस कुरान शरीफ की तिलावतऔर पच्चीस लाख दुरूद शरीफ व तहज्जुद की ( रात के दो बजे पढ़ी जाने वाली)नमाज को रमजान माह में पूर्ण करने वाले नायब शहर काजी गुलाम हुसैन व दरगाह शरीफ के सज्जादानशींन फजल हैदर खान के स्वागत के अवसर का। इस अवसर पर उपस्थित जानो ने कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन के नियम फिजीकल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए। सज्जादानशीन फज़ल हैदर खान व नायब काज़ी हाफिज़ गुलाम हुसैन का साफा व शाल पहनाकर, पुष्पमाला से सम्मान किया गया। इस अवसर पर गंगा जमनी तहज़ीब को क़ायम रखते हुए।भारतीय कौमी एकता कमेटी के सरंक्षक प्रकाश बारोड, ने कहा कि कोमी एकता जब तक रहेगी धार्मिक सदभावना कायम रहेगा तब तक हम देश मे जाती धर्म के नाम पर आपस मे नही लड़ेंगे।ये मरकज इस बात का उदहारण है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संत सुरक्षा मिशन के प्रदेश अध्यक्ष गुरु रोहित सोनी ने कहा कि राष्ट्रीय एकता का मतलब ही होता है कि राष्ट्र के सब घटकों में भिन्न भिन्न विचारों और विभिन्न आस्थाओं के होते हुये भी आपसी प्रेम एकता और भाई चारे का बना रहना।राष्ट्रीय एकता में शारीरिक समीपता के साथ ही वैचारिक व भावनात्मक समीपता आवश्यक है। इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के केंद्रीय सदस्य सैय्यद अमजद अली वरिष्ठ अधिवक्ता समाज सेवी उबेद अंसारी ने कौमी एकता आपसी भाईचारे पर अपने विचार रखे।आमंत्रित अतिथियों द्वारा राष्ट्रीय विकास गति समाचार पत्रिका का विमोचन भी किया गया।इसअवसर पर पत्रकार सर्व श्री नाहरू मोहम्मद,बंसीलाल पोरवाल, भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चा महामंत्री अकरम खान,ट्रांसपोर्ट यूनियन अध्यक्ष असलम मेव, शेरुशाह आदि मौजूद थे। सज्जादानशीन फज़़ल हैदर खान द्वारा दरगाह शरीफ में गुलपोशी कर प्रदेश व देश मे अमन, भाईचारा कोरोना संक्रमण से निजात के लिए दुआ की गई। अंत मे आभार ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष असलम मेव ने माना।