महापुरुषों के आध्यात्मिक ज्ञान से ओतप्रोत शिक्षा ही जीवन को सही दिशा प्रदान कर सकती है – राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश

कालूखेड़ा (अमर शहीद शासकीय उच्चमाध्यमिक विद्यालय) । संस्कृति से संस्कारों का जीवन में बीजारोपण होता है वह चरित्र निर्माण में संस्कार ऑक्सीजन से भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है । राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने विद्यालय परिवार में विद्यार्थियों अध्यापकों एवं शहर के नागरिकों को संयुक्त संबोधन में कहा कि विश्व की संपूर्ण संपत्ति दान भी चरित्र का निर्माण नहीं किया जा सकता है उसका निर्माण गुणों से होता है।
उन्होंने कहा कि महापुरुषों के आध्यात्मिक ज्ञान से ओतप्रोत शिक्षा ही जीवन को सही दिशा प्रदान कर सकती है । कमलेश ने बताया कि पुस्तकीय के ज्ञान के साथ अनुभव के ज्ञान का समावेश करें तभी वरदान बन सकता है।
राष्ट्रसंत ने कहा कि शिक्षा वही सार्थक जो परिवार समाज और देश के प्रति कर्तव्य का बोध कराएं पर्यावरण स्वास्थ्य और नशा मुक्तिके प्रति डब्ल्यूएचओ के रिपोर्ट को शामिल किया जाना चाहिए विद्यार्थियों ने देश भक्ति का संकल्प लिया नशा मुक्त विश्व बनाने का आव्हान किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार खन्ना रामनिवास शाह शासकीय कन्या हाई स्कूल कालूखेड़ा के प्रधानाचार्य श्री गोविंद राम जी परमार ने राष्ट्र संत का अभिनंदन किया । पंकज मेहता, संजय कटारिया, भंवर लाल भंडारी, दीपक नाहर, पंकज मेहता, दिलीप कटारिया, राजेश गहलोत सभी ने विद्यालय परिसर में उपस्थित सभी लोगों को प्रसाद वितरित किया । गौतम मुनि जी ने मंगलाचरण किया । भव्य मुनि जी ने संबोधित किया । मुनिश्री 7 दिसंबर सुखेड़ा, 8 और 9 दिसंबर पिपलोदा 11 और 12 दिसंबर सैलाना एवं 15 दिसंबर तक रतलाम आने की संभावना है।