पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने दिया सुझाव-एमपीईबी विद्युत पोल लगाने से पहले नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और यातायात विभाग से चर्चा कर ले सहमति, मनमाने स्थान पर ना लगाए पोल

रतलाम । सरकारी धन एवं समय की बचत और यातायात के दृष्टिगत एमपीईबी शहर में नए स्थानों पर विद्युत पोल लगाने से पहले नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और यातायात पुलिस से चर्चा कर सहमति ले।उसके बाद ही पोल लगाने का कार्य किया जाए।
यह सुझाव पूर्व महापौर एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शैलेंद्र डागा ने जिला प्रशासन एवं एमपीईबी को दिया है। अपने द्वारा जारी बयान में श्री डागा ने कहा कि वर्तमान में देखने में आया है कि सड़क चौड़ीकरण कार्य के लिए कई स्थानों से विद्युत पोल को हटाना पड़ रहा है। कई पोल ऐसे भी हैं जिन्हें एमपीईबी द्वारा कुछ सालों पहले ही लगाया गया था। यदि पूर्व में पोल लगाने के पहले ही भविष्य में मार्ग चौड़ीकरण की संभावनाओं पर नगर निगम या यातायात विभाग से चर्चा कर ली जाती और उसके बाद निर्धारित स्थान पर पोल लगाए जाते तो आज पोल शिफ्टिंग की जरूरत भी नहीं पड़ती और सरकारी विभागों को पोल शिफ्टिंग के लिए जो धनराशि खर्च करना पड़ रही है, वह भी नहीं करना पड़ती। समय और सरकारी धन दोनों बचता।
श्री डागा ने कहा कि अभी भी एमपीईबी द्वारा अपने मनमाने स्थान पर नए पोल लगा दिए जाते है। भविष्य के यातायात को ध्यान में रखते हुए और सड़क चौड़ीकरण की संभावना को देखते हुए एमपीईबी को संबंधित विभागों से चर्चा कर पोल लगाने चाहिए।
पुराने पोल नहीं हटाना भी यातायात में बाधक
जारी बयान में श्री डागा ने कहा कि कई स्थानों पर एमपीईबी ने सड़क किनारे नए पोल लगा दिए हैं, लेकिन सड़क के बीच से पुराने पोल अभी तक नहीं हटाए है। ऐसे में पुराने पोल यातायात में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। ऐसे पुराने पोल को भी हटाया जाना चाहिए।
समन्वय से कार्य करें एमपीईबी
अपने सुझाव में पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने कहा कि बिजली तारों के पास से जा रहे पेड़ों की छंटाई के कार्य में भी एमपीईबी नगर निगम से समन्वय बनाकर कार्य करें। देखने में आ रहा है कि बिना सूचना के एमपीईबी पेड़ों की छटाई कर देता है, जिसके बाद पेड़ की टहनियां वही रखी रह जाती है। नगर निगम भी टहनियों को नहीं उठाता है और क्षेत्र की जनता परेशान होती रहती है। श्री डागा ने पेड़ों की छटाई के लिए नगर निगम से सहयोग लेकर कार्य करने की बात कही है।