श्रावण के पहले सोमवार पर भगवान महाकालेश्‍वर ने चंद्रमौलेश्वर के स्‍वरूप में किया नगर भ्रमण

उज्जैन | श्रावण के पहले सोमवार पर भगवान महाकालेश्‍वर ने चंद्रमौलेश्वर के स्‍वरूप में नगर भ्रमण किया। सवारी के निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्‍वर मंदिर परिसर के सभामंडप में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने सपत्निक भगवान श्री महाकालेश्‍वर के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप का पूजन-अर्चन किया। इसके बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने पालकी को कंधा देकर आगे बढ़ाया। पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पं.घनश्‍याम शर्मा द्वारा सम्पन्‍न कराया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह, श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री सुजानसिंह रावत भी मौजूद थे।
भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के मुख्‍य द्वार पर पहुंची, सशस्‍त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार श्री चंद्रमौलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। भगवान महाकालेश्वर की सवारी कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर परिवर्तित मार्ग से निकाली गई। महाकालेश्वर मन्दिर से सवारी हरसिद्धि मन्दिर के सामने से होकर नृसिंह घाट पर झालरिया मठ होते हुए रामघाट पहुंची।
रामघाट पर हुआ भगवान महाकाल का जलाभिषेक
भगवान महाकालेश्वर की प्रथम सवारी परिवर्तित मार्ग से रामघाट पर पहुंची। यहां पर जलाभिषेक किया गया एवं आरती उतारी गई। पूजन एवं आरती में प्रदेश के केबिनेट मंत्री डॉ.मोहन यादव एवं सांसद श्री अनिल फिरोजिया शामिल हुए। रामघाट पर सवारी के साथ संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री एसकेपी कुलकर्णी, आईजी श्री राकेश गुप्ता, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह सहित विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। रामघाट के साथ-साथ दत्त अखाड़ा क्षेत्र से भी परम्परागत आरती एवं पूजन किया गया। सवारी इसके बाद पुन: रामघाट से रवाना होकर रामानुजकोट, हरसिद्धि मन्दिर होते हुए श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची।
श्री महाकालेश्‍वर भगवान की दूसरी सवारी 13 जुलाई सोमवार को निकलेगी, जिसमें पालकी में श्री मनमहेश विराजित होंगे एवं हाथी पर श्री चंद्रमौलेश्वर विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेगी।