भीलवाड़ा (सुनिल चपलोत)। नाम से नहीं उसके गुणों से इंसान की पहचान बन सकतीं है । प्रवर्तक सुकनमुनिजी मसा ने अहिंसा भवन शास्त्रीनगर बुधवार को नवकार महामंत्र के जाप के दौरान धर्मचर्चा करते हुये कहां की परमात्मा के नाम पे अपना नाम रखलेने मात्र से इंसान परमात्मा नहीं बन जाता परमात्मा के नाम के व्यक्ति ईस दुनिया मे लाखों हो सकतें है।
परमात्मा के गुणो के ज्ञान दर्शन चारित्र वैराग्य रूपी नाम की पूजा होती है व्यक्ति गुण से ही महान बन सकता है नाम होने से व्यक्ति परमात्मा नहीं बन सकता है काम से महान बन सकता है। डॉ. वरूण मुनिजी ने मानव अगर धर्म के प्रति राग् उत्पन्न हो जाये तो संसार सागर के बंधनों से मुक्त होकर चौरासी लाख योनियों के बंधन से मुक्ति मार्ग पाया सकता है। संघ मंत्री रखबचन्द पीपाड़ा ने बताया की विशेष रूप से धर्म चर्चा मे सोशल डिस्टेंस के अर्तगत ही संतों से धर्म चर्चा हो रही है । युवा प्रणेता महेश मुनिजी, सचिन मुनिजी ने प्रात:कालीन प्रार्थना मे ईश्वर की स्तुति कर कोरोना महामारी से छुटकारा दिलाने की प्रार्थना की ।