श्री जैन दिवाकर स्मारक पर 10 दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आयोजन

सोशल मीडिया से दूरी बनाकर धार्मिक गतिविधियों में व्यस्त रहेंगे बच्चें

कार्यक्रम की रूपरेखा

  • प्रतिदिन सुबह – 6.30-7.30 बजे सरस्वती आराधना
  • प्रातः 7.30-8.30 – नाश्ता
  • प्रातः 8.45-10.15 – प्रवचन
  • प्रातः 10.30-11.45 – जैनिज्म क्लास
  • दोपहर 12.00- 1.00 – भोजन
  • दोपहर 1.00-2.00 – एक्स्ट्रा क्लास 2.00-3.00
  • मनोरंजन क्लास 3.00-4.00
  • एक्टिविटी गेम्स 4.00-5.30 (जैनिज्म क्लास)
  • 5.30-6.30 – चौविहार भोजन
  • 6.30 – प्रतिक्रमण
  • 8.00 -नाटक, जैन क्वीज, भजन आदि कार्यक्रम होंगे।

रतलाम। गर्मी की कि छुट्टीयो में बच्चें आमतौर पर मामा घर जाते हैं। किसी हिल स्टेशन पर जाकर छुट्टियां बिताते है या दिनभर मोबाइल में व्यस्त रहते हैं लेकिन उसके विपरीत रतलाम में बच्चें संस्कार शिविर में शामिल होकर मोबाइल से दूरी बनाकर सोशल मीडिया से दूरी बनाकर धार्मिक गतिविधियों में रत रहेंगे।
श्रमण संघ के आचार्य डॉ शिवमुनि जी मसा की आज्ञाअनुवर्ती आयम्बिल तप चक्रेश्वरी पूज्या अरुणप्रभा जी मसा आदि ठाणा 4 के सानिध्य मे 150 से अधिक बच्चो का संस्कार शिविर सागोद रोड़ स्थित स्मारक भवन पर चल रहा है । पहले ही दिन 150 बच्चों ने गौसेवा करके सुखद अहसास हासिल किया।
शिविर का शुभारंभ हुआ
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ एवं श्री जैन दिवाकर नवयुवक मंडल के सदस्यों के देखरेख में आयोजित इस शविर का उद्घाटन संघरत्न इंदरमल जैन द्वारा किया गया। शिविर लाभार्थी श्रीमती शांताकुमारी इन्दरमल जैन (वकील सा.) ने बताया कि इस शिविर में भाग लेने के लिये 10 से 20 वर्ष के बालक बालिकाएं रतलाम नगर के साथ जावरा, मन्दसौर, नीमच, निम्बाहेड़ा, उज्जैन, मुंबई से आए है।
10 दिन मोबाइल से दूर रहेंगे
10 दिवसीय शविर के अंतर्गत बच्चें स्नैपचेट, इंस्ट्राग्राम, फेसबुक से दूर सुबह 6.30 से रात 8 बजे तक दिनभर प्रार्थना , प्रवचन , धार्मिक अध्ययन, गेम्स, प्रतिक्रमण अपने को व्यस्त रखेंगे। श्री जैन दिवाकर स्मारक पर 10 दिवसीय बाल संस्कार शिविर लर्न एंड टर्न मिनीमाइजेशन संस्कार शिविर में उपप्रवर्तिनी तप चक्रेश्वरी आयम्बिल आराधिका पूज्याश्री अरुणप्रभाजी म.सा., शतावधानी पूज्या श्री गुरु कीर्ति जी म.सा. मधुर गायिका पूज्या श्री गुरु निधी जी मसा एंव नवदीक्षिता श्री अरुण कीर्ति जी म.सा. एंव नगर के बुद्धिजीवी गणमान्य ज्ञानीजन बच्चों को संस्कार प्रदान करेंगे।