जो व्यक्ति प्राणी मात्र पर निस्वार्थ भाव से रहम करता है खुदा और भगवान उसी पर मेहरबान होते हैं -राष्ट्रीय संत कमलमुनि कमलेश
जोधपुर । जो व्यक्ति प्राणी मात्र पर निस्वार्थ भाव से रहम करता है खुदा और भगवान उसी पर मेहरबान होते हैं जो निर्दोष प्राणियों पर कहर जाता है उसके खौफ और बद् दुआओं से साक्षात खुदा भी नहीं बचा सकते है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने राष्ट्रीय मुस्लिम अहिंसा मंच नई दिल्ली के कार्यकर्ताओं को बधाई संदेश देते हुए कहा कि आप लोगों ने ईद पर्व पर गाय के दूध का केक बनाकर मनाने का संकल्प लिया । उन्होंने कहा कि जर्रा जर्रा खुदा की अमानत है उसकी हिफाजत करना हम सब का प्रथम कर्तव्य है सभी धर्मों का यही संदेश है हम किसी को बचा नहीं सकते तो मारने का कतई अधिकार नहीं है । मुनि कमलेश ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच अयोध्या के बबलू खान के उन बयानों का स्वागत किया जिसमें उन्होंने कहा कि खुदा के पास तो हमारी भावना ही पहुंचती है वस्तु नहीं । जैन संत ने कहा कि प्राणी मात्र की सेवा करना खुदा की बंदगी करने से भी बड़ा है हम किसी को सुख नहीं दे सकते तो दुख देने का कोई अधिकार नहीं है । अहिंसा मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अख्तर भाई रावल ने स्पष्ट कहा कि पैगंबर मोहम्मद करुणा के अवतार थे खुद का जीवन संकट में डाल कर प्राणी मात्र की रक्षा की । राष्ट्रीय मंत्री वाजिद अली वाजिद ने कहा कि मुनि कमलेश की प्रेरणा से 2009 में दिल्ली में राष्ट्रीय मुस्लिम अहिंसा मंच का गठन हुआ आज 11000 मुस्लिम बंधु गोरक्षा का काम कर रहे हैं।