दिलीप जी बरैया हमेशा सभी साधु संतों की सेवा के तत्पर रहते थे – राष्टसंत आचार्य श्री 108 प्रमूखसागरजी महाराज

अहिंसा तीर्थ प्रणेता राष्टसंत आचार्य श्री 108 प्रमूखसागरजी महाराज के सानीघ्य मै जैन मांगलीक भवन में प्रवचन हुए ओर तरुण क्रांति मंच के अध्य्क्ष श्री दिलीप जी बरैया को श्रद्धाजंलि अर्पित की

जावरा (अभय सुराणा)। आचार्य श्री108 प्रमुख सागर जी महाराज के मुखारबिंद से दिगम्बर मांगलिक भवन सोमवारिया में प्रवचन के माध्यम से कहा गया कि आज जन्माष्टमी का पर्व है जिस तरह भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के दरवाजे खुले गए, पहरेदार सो गए ओर देवकी वासुदेव की बेडिय़ा खुल गई ,इसी तरह जब महान आत्माये आते है तो मुक्ति के द्वार खुल जाते है और पापी सो जाते हैं साथ ही सत्कर्मो के लिए बेडिय़ा भी खुल जाती है इसके साथ ही समाज में सदमार्ग पर चलने की लालसा बढऩे लगती है आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आचार्य श्री प्रमुख सागर जी गुरुदेव ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म उनके द्वारा किये गए कार्यो का उदाहरण देते हुए जीवन के पथ पर आगे बढऩे को कहा इस प्रकार आचार्य श्री ने कई दिस्तान को के माध्यम से जीवन की वास्तविकता से अवगत कराया और समाज के सभी लोगो ने तरुण क्रांति मंच के अध्य्क्ष दिलीप जी बरैया को श्रद्धांजलि अर्पित की ओर आचार्य श्री ने कहा कि दिलीप जी बरैया के जाने से मुझे बहुत तकलीफ हुई है और दिलीप जी बरैया हमेशा सभी साधु संतों की सेवा के तत्पर रहते थे में ईशवर से प्राथना करता हु की उनको अपने चरणों में स्थान दे और पुन:मनुष्य पर्याय में उनका जन्म हो और इसी प्रकार समाज की ओर साधु संतों की सेवा करते रहे । इस अवसर पर चातुर्मास समिति के अध्यक्ष महावीर जी मदावात, चातुर्मास समिति के महामंत्री विजय जी ओरा,चातुर्मास समिति के उपाध्यक्ष पुखराज जी सेठी ,सुनील कोठारी चातुर्मास समिति कोषाध्यक्ष हिम्मत जी गंगवालचातुर्मास समिति मन्त्री पवन जी पाटनी चातुर्मास समिति प्रवक्ता रितेश जैन ओर नरसिंहपुरा समाज के अध्य्क्ष पवन जी कल्सधर नरेंद्र जी गोधा अनिल जी कोठारी राजकुमारजी औरा विनोदिलाल जी दोषी राजेश कियावत राजेश भाचावत मनोज बारोड़ जितेंद कोठारी राजेश कोठारी सुरेश जी अग्रवाल कैलाश जी बारोड़ अंतिम कियावत अजय जी दोषी पुष्पदन्त जी जैन संजय दोषी पंकज शाह दिलीप जी कोठारी अनिल जी काला आदि लोगो ने श्रद्धाजंली अर्पित की यहां जानकारी चातुर्मास समिति के प्रवक्ता रितेश जैन ने दी।