अहिंसा तीर्थ प्रेणता राष्टसंत आचार्य श्री 108 प्रमुख सागर जी मसा. ने जैन मागंलिक भवन में झंडा वन्दन किया
जावरा (अभय सुराणा)। देश को सुरक्षित रखना है तो दिगंबरत्व को सुरक्षित रखना होगा पेड़ पौधे वनस्पति सूर्य चंद्रमा आदि दिगंबर हैं और उन पर कोई आवरण नहीं है यदि हम इन पर प्रदूषण का आवरण नहीं चढने देंगे तो पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो देश सुरक्षित रहेगा । यह संदेश आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने प्रवचन में दिया भारत माता के महत्व को प्रतिपादित करते हुए बताया कि जन्म देने वाली मां कुछ समय तक दुग्ध पान कराती है किंतु धरती माता और पर्यावरण हमारे पूरे जीवन में हमें रहने और जीने की सुविधाएं प्रदान करती है इसलिए भारत माता की सेवा और पूजा सर्वप्रथम करना चाहिए उसमें किसी संप्रदाय वाद को आड़े नहीं आने देना चाहिए संप्रदाय के लोग अपने पर्व त्योहारों पर और प्रतिदिन अपने इष्ट भगवान की पूजा करें लेकिन स्वतंत्रता दिवस के पर्व पर जो कि भारत के जन्म का पर्व है इस पर्व पर मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च सभी पूजा स्थलों पर विशेष सजावट और पूजा करनी चाहिए और हमें इस राष्ट्रीय पर्व को मनाना चाहिए । आचार्य श्री ने अपने संदेश में आगे कहा कि यदि हमें हमारी संस्कृति को बचाना है तो संस्कारवान बनना पड़ेगा जिसके लिए धर्म और राष्ट्र दोनों से प्रेम करना होगा । स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित धर्म सभा में यह संदेश आचार्य श्री ने दिया इसके पूर्व णमोकार महामंडल विधान का लाभ रितेश जैन परिवार ने लिया। तत्पश्चात आचार्य श्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों ने महापुरुषों का स्वांग बनाकर उनके प्रेरक संदेश प्रस्तुत किए कार्यक्रम में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती निर्मला पहलाद हाड़ा सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे । इस अवसर पर महावीर मादावत, विजय ओरा, पूखराज सेठी, हीम्मत गंगवाल, पवन पाटनी, रितेश जैन,पवन कलशघर, दीलीप लूहाडीया, अजय दोशी, राजकूमार ओरा, राजेश कीयावत, अनील कोठारी, जीतेन्द्र कोठारी, राजेश कोठारी, केलाश बारोड, अंतिम कीयावत, विनोदीलाल दोशी, पूनमचन्द ओरा, राजेश भाचावत, पंकज शाहा, मनोज बारोड, प्रदीप कोठारी, दिनेश जैन, मयंंक मादावत, सुरेश अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, शेलेन्द्र कीयावत, दिलीप मादावत आदि अनेक लोग उपस्थित थै।यह जानकारी चातुर्मास समीती पवक्ता रीतेश जैन दी।