जोधपुर । जिस प्रकार सरकारी नौकरी में शिक्षा का मापदंड तय होता है उसी प्रकार राजनीति में चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी के लिए भी शिक्षा की योग्यता का मापदंड होना चाहिए उक्त विचार राष्ट्रीय संत कमलमुनि कमलेश ने महावीर भवन निमाज की हवेली में चुनाव आयोग को सुझाव भेजते हुए कहा कि अंगूठा छाप व्यक्ति आईपीएस आईएएस को कैसे मार्गदर्शन कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में रिटायरमेंट की उम्र है 60 साल की नेताओं के लिए भी निवृत्त होने की लक्ष्मण रेखा तय करनी होगी
मुनि कमलेश के बताया कि ग्राम पंचायत से लेकर विधानसभा लोकसभा सभी चुनाव एक साथ होने चाहिए जिससे बार-बार लगने वाली आचार संहिता से विकास काम में बाधा पैदा ना हो खर्चे पर बी अंकुश लगे ।
जैन संत ने कहा कहा कि जिस प्रकार वोट देकर प्रत्याशी को जनता विजय बनाती है उनके विश्वास पर खरा न उतरे तो वापस बुलाने का अधिकार भी मिलना चाहिए । राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि अपराधों और व्यसना में लिप्त प्रत्याशी को चुनाव लडऩे के अयोग्य घोषित किया जाए नहीं तो जनता ऐसे प्रत्याशी को नकार दें तभी देश का भविष्य उज्जवल हो सकता है । अंत में कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव में जिस प्रकार लड़की के लिए वर का चयन करते हैं इतनी सावधानी से प्रत्याशी का चयन करना है अक्षत पानी घनश्याम मुनि ने विचार व्यक्त किए कौशल मुनि ने मंगलाचरण किया।