जोधपुर । हमारे शुभ कार्यों से प्रसन्नहोकर सामने वाले की आत्मा का रोम-रोम हर्षित हो जाता है उसके अंतरण से निकलने वाला आशीर्वाद हमारे लिए तीन लोग की संपत्ति से बढ़कर है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने महावीर भवन निमाज की हवेली मैं संबोधित करते कहा कि दुखी पीडि़त कर्मों के मारे बेहाल की सुध लेना परमात्मा की भक्ति से बढ़कर है । उन्होंने कहा कि वह आशीर्वाद हमारे जीवन में संकट मोचन बनेगा आधी व्याधि उपाधि से मुक्ति दिलाएगा वह कभी व्यर्थ नहीं जाता है । मुनि कमलेश ने बताया कि इंसान ही नहीं पशु पक्षी सहित प्रत्येक प्राणी की दुआएं रामबाण औषधि से भी बढ़कर है।
राष्ट्रसंत ने कहा कि आशीर्वाद रुपी सुरक्षा कवच जन्म जन्मांतर तक हमारी आत्मा के संकट की वेला में काम आता है । जैन संत ने स्पष्ट कहा कि मिला हुआ आशीर्वाद कोई छीन नहीं सकता चुरा नहीं सकता बटवारा नहीं कर सकता अनमोल धन है कौशल मुनि ने मंगलाचरण किया घनश्याम मुनि अक्षत मुनि ने विचार व्यक्त किए अखिल भारतीय जैन जिला का विचार मंच शाखा जोधपुर के श्री प्रसन्नकुमार जी पटवा ने जरूरतमंदों को अन्न दान वितरित किया।