पुज्य गुरुदेव श्री रमेश मुनी जी म सा द्वारा अपने जीवनकाल मे लगभग 80 से अधिक को दिक्षा प्रदान कर साधुत्व प्रदान किया

जावरा (अभय सुराणा ) । संत ओर रमता जोगी बहता पानी ज्यादा दिन तक एक जगह नहीं ठहरते संत समाज का वो आईना है जो समाज को सदा नई दिशा दिखाकर श्रावक श्रावीका को धर्म की राह पर जोड़कर जीवन में अच्छे कार्यो की लगातार प्रेरणादायी राह दिखाते है एसे ही बिरला संत जैन दिवाकरीय, महाश्रमण, संथारा साधक, प्रज्ञा महर्षि, साहित्य मनीषी, श्रमण संघीय पश्चिम भारतीय प्रवर्तक पुज्य गुरुदेव श्री रमेश मुनी जी म सा का देवलोकगमन गतवर्ष 16 अक्तूबर 2019 को संथारा पुर्वक भगवान महावीर हास्पीटल स्थित जैन दिवाकर स्थानक भवन दलोदा मै हो गया था ।
उक्त जानकारी देते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अ भा जैन दिवाकर संगठन समिति के संदीप रांका ने बताया की पुज्य गुरुदेव श्री रमेश मुनी जी म सा के प्रथम स्मरण दिवस 16 अक्तूबर शुक्रवार से 18 अक्तूबर रविवार तक श्रमण संघीय आचार्य डॉ शिवमुनी जी म सा एवं दिवाकर शासन शिरोमणि उपाध्याय श्री मुलमुनी जी म सा के सुआर्शीवाद से प्रवर्तक श्री रमेश मुनी जी म सा के सुशिष्य गण श्रमण संघीय सलाहकार श्री सुरेश मुनी जी म सा शास्त्री, आगम मनस्वी, सेवाभावी, कविरत्न प्रवर्तक श्री विजय मुनी जी म सा, उपप्रवर्तक डाॅ गौतम मुनी जी म सा, श्रमण संघीय मंत्री राष्ट्रसंत श्री कमल मुनी जी म सा कमलेश, प्रवचनकार सेवाभावी उपप्रवर्तक श्री चंद्रेश मुनी जी म सा संस्कार मंच प्रणेता श्री सिद्धार्थ मुनी जी म सा के साथ अनेकानेक साधु साध्वी ने उपस्थित रहेंगे।
आप सभी गुरुभक्तो से निवेदन है कि हम सब के पुज्य गुरुदेव श्री रमेशमुनी जी म सा के प्रथम स्मरण दिवस पर ज्यादा से ज्यादा जीवदया,मानवसेवा, एवं मुकप्राणीयो का अभयदान करवाकर ही आप श्रावक श्रावीका की ओर से पुज्य गुरुदेव श्री रमेशमुनी जी म सा को सच्ची श्रद्धांजलि देने का धर्म संदेश देते हुए कहा । पुज्य गुरुदेव श्री रमेश मुनी जी म सा द्वारा अपने जीवनकाल मे लगभग 80 से अधिक को दिक्षा प्रदान कर साधुत्व प्रदान किया एवं 100 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया एवं कई पुस्तकों का संपादन भी किया है आपके 50 वीं दिक्षा जयंती पर श्री रमेश स्मृति ग्रंथ का विमोचन हुआ था।