जावरा (अभय सुराणा ) । अ. भा. जैन श्रमणसंध के देदीप्यमान नक्षत्र जगतवल्लभ प्रसिद्ध वक्ता जैन दिवाकर पुज्य गुरुदेव 1008 श्री चौथमल जी मा.सा. के वरिष्ठ शिष्य जैन सिध्दांतों की साक्षात् प्रतिमुर्ति श्री मूलचंद जी मा.सा. के 99 वर्ष मे प्रवेश के पावन प्रसंग पर 21 अक्टूबर को पुरे देश मे श्रमणसंध द्रारा शताब्दी महोत्सव मनाया जावेगा सभी गुरू भक्त अपने अपने धरो पर ही 9900 सौ एकासन व 99000 सामायिक के लक्ष्य को पुरा कर गुरुदेव के चरणों मे समर्पित कर उनके मंगल स्वास्थ्य की प्रार्थना करे ताकी उनकी कृपा एवं आर्शीवाद हम पर हमेशा बना रहे ।
श्रीसंध के अध्यक्ष इन्दरमल टुकडीया महासचिव कनकमल चोरडिया सचिव कृणाल कोचट्टा उपाध्यक्ष सुरेन्द्र मेहता ओमप्रकाश श्रमाल कोषाध्यक्ष महावीर छाजेड व नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष मनोज डांगी ने श्रीसंध व जैन समाज के लोगों से अपील की कि वे अत्र बिराजीत तपस्वीराज व नवकार महामंत्र अराधक श्री अरूण मुनिजी व सेवाभावी श्री सुरेश मुनि जी मा.सा. के सानिध्य मे जावरा से अधिक से अधिक एकासन व सामायिक कर गुरुदेव को समर्पित कर जावरा का गोरव बढाये। उक्त जानकारी अ.भा. जैन दिवाकर संगठन समिति के मार्गदर्शक सुजानमल कोचट्टा ने दी।।