50 वर्ष बाद सत्य साधना शिविर मित्रों को मिलने का माध्यम बना

मित्रों ने जावरा शिविर के अनुभव को साझा किया

राजेंद्र कोठारी पूर्व जनसंपर्क अधिकारी
आपाधापी से गुजरने के 50 वर्ष बाद सत्य साधना जावरा शिविर मैं मेरे बाल सखा सर्वश्री देवकीनंदन राजावत, राधेश्याम पांचाल ,और रमेश बैरागी , जावरा शहर में एक साथ रहने का सौभाग्य मिला किंतु अंतिम दिन गुरुदेव द्वारा मोन तुड़वाने के पश्चात असीम मुस्कानों खुशियों के साथ के साथ हुई बाल सखा मिलन वार्तालाप ।
तदसमय साथी साथी रमेश बैरागी का मानना है श्री पूज्य जी महाराज साहब से काफी प्रभावित हूं सत्य साधना में वर्तमान में जीना सिखाती है। अब मैं मिशन के रूप में लोगों को जोड़ने का कार्य सतत रूप से करूंगा ।
राधेश्याम पांचाल ने पहली बार सत्य साधना से ऐसे जुड़े की अपने आप मैं आमूल परिवर्तन देखने को मिला ।उनके शब्दों में
सत्य साधना शिविर में महाराज जी के मार्गदर्शन में मौनव्रत 10 दिवस रहा जीवन में पहली बार इसकी शक्ति का आभास हुआ मेरा मन आन्तरिक क्लैशौ से भरा हुआ था मौन रहने से हल्कापन लगा शान्ति अनुभव हुईं ।
एकाग्रता मेरा जीवन है मौन से ह्रदय में सरलता हुई सत्य साधना में मन को मूछों पर टिकाने का पूरा प्रयास किया जितनी भी कोशिश की सफल नहीं हो सका। सत्य साधना दर्शन शरीर यात्रा चौथा दिवस पर महाराज जी के उदबोधन के साथ मन को शरीर में प्रवेश करके यात्रा की तो मेरे शरीर में हर ॳग में स॑वेदनाओ का आश्चर्य जनक दॄष्टा भाव से अनूभूति हूई।
शरीर के जिस किसी भी स्थान पर मन को सरकाया बहुत ही कर्म बन्धन की प्रतिक्रिया अचऺभित रूप से बहुत ज्यादा हुई जो जीवन में कभी नहीं हुई जिस प्रकार पानी के छोटे पाईप में दस गुणा अधिक आपूर्ति से पानी प्रवाहित हो रहा हो शरीर के जिस हिस्से में मन को सरकाया वहा अत्यधिक कम्पन्न हुआ माऺसपेसिया जोर जोर से फटकने लगीं शरीर यात्रा में मन के अगले हिस्से में प्रवाहित होने पर धीरे धीरे हलचल कम होती गई ।
गुरुदेव सिद्ध पुरुष है इनके चरण छूने से मझे अपनापन लगा। सक्षिप्त बात चित में महाराज जी ने मुझे सऺतोष दिलाया ओर ढाढस बऺधाया शरीर यात्रा के लिए महाराज जी ने कहा पहली बार में ही यह स्थिति आपको साधना में बहुत ही आगे ले जावेगी। भयभीत मत हो मन को मूछों पर टिकाने की कोशिश करते रहो।
आचार्य अजय जी धारीवाला का मुझे बहुत मार्गदर्शन मिला और अपनापन दिया महिदपुर के नरेंद्र नाहर जी ने भी मुझे समझा ओर पहली मुलाकात में ही मुझे सम्मान देकर प्रोत्साहित किया । राजेन्द्र कोठारी बालसखा होकर मुझे अपना समझते हैं ओर जो भी कोई मेंरे व्यवहार में कमी झलकती हे स्नेह से अवगत कराते हैं। सत्य साधना शिविर के लिए इन्होंने मुझे प्रेरित भी किया था।
महाराज जी के सानिध्य में बिल्कुल नहीं लगा में जैन समाज का न हो कर अन्य समाज का हू सभी का आभारी हूँ। गुरुदेव के चरणों में कोटि-कोटि नमन वंदन ।
हमारे एक और साथी देवकीनंदन राजावत पूर्व डीएसपी ने अपने अनुभव को खुलासा करके बताया की जावरा सत्य साधना शिविर में, भाग लेकर मेनेअपने आप को धन्य पाया। महाराज साहब के द्वारा दिखाए गए इस मार्ग की अनुभूति मुझे अंतर मन तक छू गई मनुष्य जन्म के उद्धार , कल्याण के लिए इस मार्ग से श्रेष्ठ मार्ग और सरलतम मार्ग और भी कोई हो सकता है मैं नहीं कह सकता अर्थात यह मार्ग ही सहज एवं सरलतम है निर्भय निर्वेद और निर्लिप्त जिसकी प्रतिदिन महाराज साहब द्वारा स्मरण कराया जाता था ।
साथ ही तो सत्य साधना के पांच अभ्यंतर हैं उनकी साधना भी डे टुडे लाइफ में करना आवश्यक है सत्य अहिंसा असतेय ,अपरिग्रह,अचौर्य का पालन करने से जीवन मैं सरलता आ जाएगी । एवं जो सत्य की साधना हम कर रहे हैं
उसके हम उसके निकटतम पहुंच सकते हैं ?और यह सब अभ्यास से ही संभव है भगवान श्री कृष्ण ने गीता में भी यही कहा है जब अर्जुन ने पूछा हे प्रभु यह सब कैसे होगा तब भी भगवान श्री कृष्ण ने यही कहा था अभ्यासेन, और इसके लिए प्रतिदिन अभ्यास करना बहुत जरूरी है महाराज साहब ने हमको एक बार 10 दिन शिविर में सत्य साधना करने के लिए हमारे मन में प्रेरणा और आदत का बीज बोया है यदि हम इसको निरंतर करते रहेंगे तो अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकेंगे ।
विनोद बम एक ऐसे साधक है जिन्होंने सत्य साधना के एक दशक से अधिक शिविर कर चुके हैं और सेवा में भी सदैव तत्पर रहते हैं।
इसी तरह पियूष शाह मुंबई डायमंड कारोबारी का कहना है सत्य साधना के बाद जीवन सुचारू हो गया है हर कार्य सरल होकर सही दिशा में होता है। इसी तरह के सत्य साधना ध्यान पर इंजीनियर अमित कोठारी समाजसेवी नरेंद्रनाहर, मालवा संघ के अध्यक्ष ठाकुर बसंत सिंह श्रीमाल आदि ने भी अपने अनुभवों को साझा किया।
जैनाचार्य गुरुदेव जिनचंद सुरीजी ने अपने जीवन काल में हजारों शिविर देश विदेश में लगाकर सत्य साधना को जन जन तक पहुंचाया है यही नहीं कोलकाता और बीकानेर में साधना केंद्र से प्रतिवर्ष हजारों साधक साधिका हिस्सा लेते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *