जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री परिवार द्वारा तपस्वियों की अनुमोदना की गई

जावरा (अभय सुराणा) । तप साधना करना यह कोई साधारण साधना नहीं हैं तपस्या करना यह हमारे पूर्व जन्म में किये पुण्य का प्रतिफल एवं वर्तमान समय में बचपन से धार्मिक संस्कार की जो भावना मिलती है वह ही तपस्या के लिए संबल रहता है परिवार जनों का सहयोग सेवा समर्पण से ही तपस्या का लाभ परिवार को मिलता है उक्त विचार जैन सोश्यल ग्रुप्स इंटरनेशनल फेडरेशन मध्यप्रदेश रीजन उपाध्यक्ष संदीप रांका द्वारा तपस्वी की तप अनुमोदना में व्यक्त किये। उक्त जानकारी देते हुए जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री सचिव अर्पल कोचट्टा एवं प्रचार सचिव मनीष धारीवाल ने बताया की आज निश्चित रूप से जावरा जैन दिवाकर भवन में विराजित संतों की प्रेरणा से जिन शासन रत्न श्री प्रकाशचंद जी पितलिया के 101 उपवास के साथ निरंतर गतिमान की महान तपस्या के साथ समता भवन में विराजित महासती जी कि प्रेरणा से ग्रुप सदस्या श्रीमती शोभना रितेश चौहान मासक्षमण तपस्या की ओर अग्रसर है। आप दोनो तपस्वी के तप कि अनुमोदना करने जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मेत्री परिवार द्वारा दोनो तपस्वी के निवास पर पहुंचकर तप अनुमोदना कर चोवीसी कर तपस्वी की सुखसाता पुछी । इस दौरान जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री संस्थापक अध्यक्ष अनिल धारीवाल, अध्यक्ष आलोक बरैया, पूर्वांध्यक्ष संदीप रांका, आशीष पोखरना, के साथ दीपक मेहता, पियूष कांठेड, राजेश पोखरना, आशीष चत्तर, मनीष मेहता, अजय पटवा, तरुण टुकडिया, पुखराज सुराणा, शशांक मेहता, अंकुर जैन, यश मेहता, पुखराज संचेती,लविश ओस्तवाल, मनीष धारीवाल, संदीप श्रीमाल, राखी धारीवाल, मनीषा रांका, अलका पटवा, समीक्षा पोखरना, पायल पोखरना, रश्मि कावडीया, रुपाली चत्तर, पदमा जैन, प्राची कांठेड, श्रेया मेहता उपस्थित थे ।

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