जावरा (अभय सुराणा)। संजा हमारी संस्कृति का लोकपर्व है और लोकपर्व हमारे जीवन में उत्साह उमंग एवं समन्वय का संचार करते हैं। इसलिए हमारी सांस्कृतिक विरासत के लोकपर्व मनाना गौरव का विषय है संजा पर्व हमारी बालिकाओं को सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराता है एवं समाज में गीतों की मिठास घोलता है।
श्री माधवानन्द अकेडमी द्वारा संजा बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन कर हमारी परंपराओं को सहजने का सराहनीय कार्य किया है जो प्रशसनीय है।उक्त विचार श्री माधवानन्द एकेडमी पर आयोजित संजा बनाओ प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि शिक्षाविद् श्री ओम प्रकाश त्रिवेदी एवं राधेश्याम जी धनोतिया ने व्यक्त किये। पालक अतिथि हेमलता राठौर व मंजू धाकड़ ने भी बच्चों द्वारा बनाई गयी संजा की सराहना की गयी।इस अवसर पर जिन बालिकाओं ने संजा बनायीं उन्हें “यो माया को मालवो या मालवा की माया ” संस्था उज्जैन द्वारा एवं विद्यालय द्वारा प्रमाण पत्र एवं प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किये गए।इस अवसर पर बालिकाओं ने संजा के गीत भी प्रस्तुत किये। अतिथियों का स्वागत संस्था प्रधानाध्यापिका उषा श्रोत्रीय व प्राचार्य मनीष शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन अंकिता सोलंकी ने किया व आभार प्राची सोलंकी माना।