जोधपुर। कोई गाय को कत्ल कर दे अथवा अवशेष मिल गया तो हजारों जनता हंगामा करने के लिए रोड पर उतर आएगी लेकिन एक गाय गायल पड़ी हो उसको आंख उठा कर कर नहीं देखते यह दोहरा आचरण धर्म और भगवान के साथ सरासर अन्याय हैं उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने महावीर भवन निमाज की हवेली में गोरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि गौ माता के नाम पर राजनीति रोटी सेकने वाले को परमात्मा कभी माफ नहीं करेगा । उन्होंने कहा कि जितना पैसा गाय के नाम पर आंदोलन में लगाया उतना पालन में लगा देते एक भी गाय कत्ल को नहीं जाती। मुनि कमलेश ने स्पष्ट कहा कि मार्बल के नंदी की आरती उतारेंगे और जिंदे को मौत के मुंह में धके लेंगे यह कहां का न्याय है। राष्ट्रसंत ने कहा कि यह गाय को बचाना पांच मंदिर बनाने से बड़ा लाभ है हिंदुस्तान में 30 लाख मंदिर है एक एक मंदिर सौ सौ गाय पाल ले तभी गौ माता के भक्त कहलाएंगे । जैन संतों ने सरकार पर कटाक्ष करते कहा कि जंगली जानवरों की रक्षा पर तो कठोर कानून और करोड़ों खर्च करती है पालतू पर खंजर चलाती है 57 बीघा जमीन पर जीवराज सिंह जैन दिवाकर गौशाला खोलने का प्रस्ताव पास किया गया तपाचार्य महासती जयमाला जी प्रतिभा जी प्रभा जी ने भी विचार व्यक्त किए।