रतलाम 26 नवंबर । गीता मंदिर आज मंगलवार को दोप.3:00 बजे से 6:00 बजे तक एकादशी संकीर्तन रखा गया। अरुण सोनी द्वारा किये गये मेरी लाडो से मिलना बड़ा जरूरी हो राधा रानी से, श्यामा प्यारी से मिलना जरूरी हो,जो मैं होती पवन बसंती झोंका बनकर आती जो मैं होती बेल चमेली, जो चरणों में बिछ जाती।जो ना बन पाई हवा का झोंका यह मेरी मजबूरी…जैसे भजन किए गए। यह भजन कार्यक्रम गीता मंदिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित किया गया। महिलाओं एवं पुरुषों ने आनंद युक्त होकर नृत्य किया।भजन संकीर्तन में दीपक पुरोहित, नवीन व्यास,निरंजना शर्मा, संगीता मंडलोई, कृष्णा राजपुरोहित, डॉ पी.के.पुरोहित, संगीता शर्मा, श्रीमती मंडोरा , रमा शर्मा , मधु रत्नावत, सत्यनारायण मंत्री,उत्सव अरोड़ा,महेश शर्मा , बाबूलाल चौधरी,नवीन व्यास , गोपाल पालीवाल , गोपाल सिंह राठौर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं भक्तगण उपस्थित रहे। तथा अगला कार्यक्रम 11.12. 2024 मोक्षदा एकादशी पर संकीर्तन गीता मंदिर पर 3:00 से 6:00 तक किया जाएगा।