श्री नेमी गिरनार तीर्थ धर्म पदयात्रा में अधिक से अधिक समाजजन ले हिस्सा
इंदौर। श्री नेमी गिरनार तीर्थ धर्म पदयात्रा का शुभारंभ दिल्ली से गिरनारजी तक विश्व जैन संगठन द्वारा किया जा रहा है। विश्व जैन संगठन के प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि भगवान श्री आदिनाथ स्वामी के जन्म तप कल्याणक दिवस चैत्र कृष्णा नवमी तदनुसार 23 मार्च 2025 को यह पदधर्मयात्रा दिल्ली से प्रारंभ होकर भगवान श्री नेमिनाथ के मोक्ष कल्याणक दिवस पर 2 जुलाई 2025 को भगवान नेमीनाथ की मोक्षस्थली गिरनार जी पर्वत की पाँचवी टोंक पर निर्वाण लाडू अर्पण करने के साथ सम्पन्न हैगी।
विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय जैन ने समंग्र जैन समाज से आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी जैन दिगंबर श्वेतांबर- मूर्तिपूजक, तेरापंथी, स्थानकवासी सभी समाज के भाइयों एवं बहनों को इस धार्मिक तीर्थ बचाओ पदयात्रा में सम्मिलित होने का शुभ अवसर है तथा हमें इस पदयात्रा को सफल बनाने में जुटना होगा, ताकि सभी देशवासियों को हमारी एकता का ज्ञान हो और सम्मेद शिखर जी आंदोलन की भांति हमारी अल्पसंख्यक एकरूपता प्रकट हो व सरकार हमारे समाज का गिरनार पर्वत की पांचवी टोंक का रख रखाव एवं पूजा अर्चना की सम्राट अशोक काल से चली आ रही परंपरा, गुजरात हाई कोर्ट के 17 फरवरी 2005 के आदेश का पूर्ण परिपालन एवं श्री नेमिनाथ भगवान के मोक्ष कल्याण दिवस पर गिरनार पर्वत की पाँचवी टोंक – भगवान नेमीनाथ की मोक्षस्थली पर लाडू अर्पण करने का संवैधानिक अधिकार सुरक्षित करे।राजेश जैन दद्दू ने कहा कि गिरनार हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा, यह संदेश सारे विश्व को इस ऐतिहासिक पदयात्रा से पहुंचाना है। संगठन के आकाश जैन, मंयक जैन ने सभी जैन धर्म के अनुयायियों से काहा की
सब बातों को छोड़ो, सब जैनों को जोड़ो।।
हम नहीं दिगंबर श्वेतांबर तेरापंथी स्थानकवासी
हम जैनी, हमारा धर्म जैन, हमारा एक देव, हम एक देव के विश्वासी।।
विश्व जैन संगठन ने सभी भाई-बहनों से निवेदन है कि सभी समाज पंथवाद का त्याग करते हुए ऐतिहासिक पदयात्रा में सम्मिलित होकर पुण्य अर्जन करें।