रिंगनोद समूह योजना का फिल्टर प्लांट बनने तक ग्रामों में आंतरिक पाईप लाईनों से नल कनेक्शन देकर स्थानीय स्तर पर उपलब्ध जल स्त्रोतों से पेयजल प्रदाय प्रारंभ करें- कलेक्टर श्री सिंह

धार । ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित समस्त शासकीय शाला एवं आंगनवाडिय़ों में नल कनेक्शन के माध्यम से बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शुद्ध पेयजल प्राप्त हो सके ऐसी तकनीक का उपयोग किया जावे। साथ ही जल निगम इंदौर द्वारा क्रियान्वित की जा रही रिंगनोद समूह योजना का फिल्टर प्लांट बनने तक ग्रामों में आंतरिक पाईप लाईनों से नल कनेक्शन देकर स्थानीय स्तर पर उपलब्ध जल स्त्रोतों से पेयजल प्रदाय प्रारंभ करें। जिससे ग्रीष्त ऋतु में ग्रामीणों को पेयजल का लाभ मिल सकें। आप सभी ठेकेदारों को शासन ने कार्य करने का मौका दिया हैं। इसलिए आप बेहतर कार्य करें। आपकी कई प्राब्लॅम्स रहती हैं। इसीलिए आपको यहॉ बुलाया गया हैं। क्योंकि कार्य आप ही करते हो तथा आप क्वालिटी से कम्प्रोमाइज नहीं करते हो। पाइप डालने के लिए रोड़ को खोदते है, जिससे वहां के ग्रामीणजनों को कई बार दिक्क्त आती हैं। आप वहां के जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर सम्पर्क में रहे। कार्य के बारे में जो पुछे उन्हें बताया जाए। आप अच्छा कार्य कर रहें तो कॉन्फिडेंट रहे। जो भी कार्य कर रहे हो, उसे सिस्टमेटिक तरीके से करे। जिस कार्य को लिया है उसे पुरा करने के बाद ही कहीं ओर जाए। इसके पष्चात् जिस गांव से षिकायत आऐगी। वहां के ठेकेदार को ब्लेकलिस्ट किया जाएगा तथा बचा हुआ पेमेंट मुझसे पुछे बिना नहीं दिया जाएगा। उक्त निर्देष कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जल जीवन मिशन के कार्यो की वार्षिक लक्ष्य एवं उपलब्धियों की समीक्षा बैठक में अधिकारीयों को दिए।
श्री सिंह ने जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत क्रियान्वित की जा रही नलजल योजनाओं से संबंधित निविदाकार / ठेकेदारों से उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रगति के संबंध में विस्तार से चर्चा कर किए जा रहे निर्माण कार्यो के संबंध में किसी प्रकार की समस्या होने पर जिला प्रशासन की ओर से समस्याओं को सुलझाने हेतु आश्वस्त किया गया, ताकि उक्त कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण हो सकें एवं ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल का शीघ्र लाभ मिल सकें। श्री सिंह ने कहा की जल जीवन मिशन के कार्य विभागीय अधिकारी एवं ठेकेदार मिशन मोड में गुणवत्ता सहित समयावधि में पूर्ण करें ताकि दिसम्बर 2023 तक जिले के समस्त ग्रामों में 100 प्रतिशत नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल प्रदाय सुनिश्चित हो सकें।
समीक्षा बैठक के दौरान लक्षित ग्रामों और ग्राम पंचायतों को शत प्रतिशत घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करने की उपलब्धि कम पाई गई। वर्तमान में 194 ग्रामों में नल कनेक्शन देने का कार्य प्रगतिरत है। वार्षिक नल कनेक्शनों के लक्ष्य 85 हजार 327 के विरूद्ध ग्रामीण क्शत्रों में जल जीवन मिशन अंतर्गत 71 हजार 710 नल कनेक्शन ;थ्भ्ज्ब्द्ध की उपलब्धि होना बताया गया जो कि वार्षिक लक्ष्य का 84 प्रतिशत प्राप्त किया जा चुका है। साथ ही जिला जल एवं स्वच्छता मिशन से अनुमोदन प्राप्त योजनाओं की भौतिक प्रगति की समीक्षा क्रियान्वयन एजेंसी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, (पी.आई.यू. जल निगम इंदौर) एवं मैकेनिकल संकाय धार के द्वारा क्रियान्वित की जा रही एकल ग्राम योजना एवं समूह जल प्रदाय योजनाओं की , पी.आई.यू. जल निगम मर्यादित इंदौर के द्वारा धाना डेम आधारित योजना 93 प्रतिशत पूर्ण होने तथा रिंगनोद समूह योजना 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण होना, राजोद समूह जल प्रदाय योजना की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में बताया की जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्त्रातों से गुणवत्तापूर्ण जल प्रदाय के परीक्षण हेतु पूर्व से जिला जल प्रयोगशाला स्थापित है। प्रयोगशाला में पदस्थ रसायनज्ञ एवं कार्यपालन यंत्री धार के प्रयासो से प्रयोगषाला को हृ्रक्चरु सर्टिफिकेट ऑफ एक्रीडीटेशन (ढ्ढस्ह्र/ढ्ढश्वष्ट 17025:2017) प्राप्त हुआ। प्रदेश में दूसरी प्रयोगशाला है, जिसे यह सर्टींफिकेट प्राप्त हुआ है।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत आशीष वरिष्ठ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री के. पी. वर्मा, समस्त सहायक यंत्री, पी.आई.यू. जल निगम इंदौर के प्रतिनिधि, जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के समस्त सदस्य एवं जल जीवन मिशन अंतर्गत नलजल योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहे सभी ठेकेदार उपस्थित थे।