रतलाम । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रतलाम जिले के शासकीय गर्ल्स कॉलेज में क्विज प्रतियोगिता संपन्न की गई। प्रतियोगिता से पहले जिला क्षय अधिकारी डॉ. योगेश नीखरा ने कॉलेज के विद्यार्थियों को टीबी रोग के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि टीबी से भारत में हर दो मिनिट में एक मौत हो जाती है और विभिन्न बीमारियों से होने वाली मृत्यु के मामलों में टीबी छटवें क्रम पर है। सामान्य रूप से दो हफते या उससे अधिक की खॉसी तथा नियमित बुखार टीबी के सामान्य लक्षण है। यदि टीबी का सही समय पर उपचार ना किया जाए तो इससे समुदाय में संक्रमण फैल सकता है। उपचार कराना प्रारंभ करने की स्थिति में संक्रमण फैलने की संभावना शून्य हो जाती है इसलिए इसका तत्काल सरकारी अस्पताल में उपचार कराना चाहिए। टीबी की जॉच और उपचार की विश्वस्तरीय सुविधाऐं शासकीय अस्पताल रतलाम में नि:शुल्क उपलब्ध है।
निक्षय पोषण याजना अंतर्गत मरीजों को उपचार होने तक 500 रूपये प्रतिमाह की राशि प्रदान की जाती है। ट्रायबल सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत रोगियों को 750 रूपये एकमुश्त दिए जा रहे हैं। ट्रीटमेंट सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत 1000 रूपये प्रति आशा डाटस् की दवा प्रदान करने वाले कर्मचारी को प्रदान किए जा रहे हैं। निजी अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा टीबी के मरीज की सूचना देने पर 500 रूपये एकमुश्त दिए जा रहे है। टीबी कार्यक्रम अंतर्गत डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर अंतर्गत वर्ष 2020 में 11591000 रूपये वर्ष 2021 में अब तक 1236000 रूपये का भुगतान किया गया। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के बाजना, जावरा, आलोट, बिलपांक की आशा एवं आशा सहयोगिनीयों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया ।