बुराई को फैलाने में जितने बुरे लोग दोषी है और उतने ही अच्छे लोग भी दोषी जो अपनी जिम्मेदारी से पलड़ा झाडऩे में देर नहीं करते – राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश

जोधपुर । बुरे लोग बुराई के जितने दोषी हैं उससे कई ज्यादा सज्जन लोग उसके लिए दोषी हैं जो फेल रही बुराई को देखकर आंखें मूंदकर हमें क्या लेना जो करेगा जो करेगा कहकर बुरे लोगों के हौसले बुलंद करने का पाप कमाते हैं । उक्त विचार राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने महावीर भवन निमाज की हवेली मैं संबोधित करते कहा कि बुरे बुरे लोग मु_ी भर लेकिन वे संगठित प्रशिक्षित और सक्रिय हैं उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का लक्ष्य बुराइयों से मानव समाज को मुक्त करना है धार्मिकता और बुराइयां एक साथ एक जीवन में नहीं रह सकती ।
मुनि कमलेश ने बताया कि समय रहते हुए सज्जन लोग आपसी मतभेद भुलाकर संगठित होकर बुराइयों के खिलाफ मोर्चा नहीं खोलेंगे तो उनके अस्तित्व भी खतरे मैं पड़ जाएगा।
जैन संत ने कहा कि समय रहते हुए हमने बुराई मुक्त मानव समाज का कदम नहीं उठाया तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा बुरे व्यक्ति का किसी धर्म में प्रवेश नहीं है।
राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि रामकृष्ण बुद्ध और महावीर की धरती ने पूरे विश्व को मानवीय गुणों का संदेश दिया उनकी धरती पर अराजकता आध्यात्मिकता की दुहाई देने वालों के मुंह पर करारा तमाचा है कौशल मुनि घनश्याम मुनि ने विचार व्यक्त किए अक्षत मुनि ने मंगलाचरण किया जनता कर्फ्यू के समर्थन की घोषणा की ।